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UP Weather: प्रयागराज लगातार दूसरे दिन यूपी का सबसे गर्म शहर, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

प्रयागराज लगातार दूसरे दिन यूपी का सबसे गर्म शहर रहा। भीषण गर्मी को देखते हुए प्रशासन ने सतर्क किया है। बच्चे, बूढ़ों और गर्भवती महिलाओं को सतर्कता बरतने की अपील के साथ डीएम ने एडवाइजरी जारी की है।

UP Weather: प्रयागराज लगातार दूसरे दिन यूपी का सबसे गर्म शहर, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
Yogesh Yadavहिन्दुस्तान,प्रयागराजWed, 03 Apr 2024 10:51 PM
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प्रयागराज दूसरे दिन फिर यूपी का सबसे गर्म शहर रिकार्ड किया गया। गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को भी प्रयागराज में अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी के साथ गर्मी का प्रकोप देखते हुए जिलाधिकारी नवनीत चहल ने भी एडवाइजरी जारी की है। बता दें कि मंगलवार को 38.2 डि. से. तापमान के साथ प्रयागराज पहले स्थान पर था। गर्मी के सीजन में पहली बार 30 मार्च को शहर का अधिकतम तापमान  40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस दिन भी प्रयागराज पूरे प्रदेश का सबसे गर्म शहर आंका गया था। जिले में लगातार बढ़ते गर्मी के प्रकोप को देखते हुए डीएम नवनीत सिंह चहल ने सतर्कता के लिए दिशा निर्देश जारी किया है।

डीएम ने कहा है कि गर्म हवाओं से बचने के लिए खिड़की को ढककर रखें। मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सजग रहें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। बच्चों तथा पालतू जानवरों को कभी भी बंद वाहन में अकेला न छोड़ें। जहां तक सम्भव हो घर में रहें। संतुलित, हल्का व नियमित ताजा भोजन करें। मादक पेय पदार्थों का सेवन न करें।

घर से बाहर निकलने पर शरीर व सिर को अच्छी तरह से कपड़े से ढककर रखें। घर में पेय पदार्थ लस्सी, छांछ, मट्ठा, बेल का शर्बत, नमक चीनी का घोल, नींबू पानी, आम का पना आदि का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के जारी पूर्वानुमान के अनुसार जून तक अधिक तापमान रहने की संभावना है। ऐसे में लोगों को हीटवेब से बचाव के लिए आवश्यक तैयारियां कर लेनी चाहिए।

कब लगती है लू
गर्मी में शरीर के द्रव्य बॉडी फ्ल्यूड सूखने लगते हैं। शरीर में पानी, नमक की कमी होने पर लू लगने का खतरा ज्यादा रहता है। शराब की लत, हृदय रोग, पुरानी बीमारी, मोटापा, पार्किंसस रोग, अधिक उम्र, अनियंत्रित मधुमेह वाले व्यक्तियों को लू से विशेष बचाव करने की जरूरत है। इसके साथ डॉययूरेटिक, एंटीस्टिमिनक, मानसिक रोग की औषधि का उपयोग करने वाले लोग भी लू से सवाधान रहें।

लू के लक्षण
गर्म, लाल, शुष्क त्वचा का होना, पसीना न आना, तेज पल्स होना, श्वास गति में तेजी, व्यवहार में परिवर्तन, भ्रम की स्थिति, सिरदर्द, मिचली, थकान और कमजोरी का होना या चक्कर आना, मूत्र न होना  अथवा इसमें कमी आदि मुख्य लक्षण हैं। 

यह करें उपाय:
पर्याप्त पानी पिएं। खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस, लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू का पानी, छाछ आदि जैसे घरेलू पेय का इस्तेमाल करें।
हल्के वजन, हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनें।
अपना सिर और पूरा शरीर ढंककर रखें।
हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं।
कार्य स्थल के पास ठंडा पेयजल उपलब्ध कराएं।
कार्यकर्ताओं को सीधे धूप से बचने को कहें।
बाहरी गतिविधियों को कम करें।
गर्भवती महिला और श्रमिकों का ध्यान रखें।