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Hindi News उत्तर प्रदेशबेटे की चिता के लिए लकड़ी काटने गया था पिता, दारोगा ने जमकर पीटा, ग्रामीणों ने थाने पर किया हंगामा

बेटे की चिता के लिए लकड़ी काटने गया था पिता, दारोगा ने जमकर पीटा, ग्रामीणों ने थाने पर किया हंगामा

एक बार फिर यूपी पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। मामला बाराबंकी का है। यहां बेटे के अंतिम संस्कार के लिए चिता पर लकड़ी काटने गए पिता और चार लोगों पर दारोगा ने जमकर कहर बरपाया।

बेटे की चिता के लिए लकड़ी काटने गया था पिता, दारोगा ने जमकर पीटा, ग्रामीणों ने थाने पर किया हंगामा
Dinesh Rathourहिन्दुस्तान,जैदपुर (बाराबंकी)Thu, 23 May 2024 07:30 PM
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एक बार फिर यूपी पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। मामला बाराबंकी का है। यहां बेटे के अंतिम संस्कार के लिए चिता पर लकड़ी काटने गए पिता और चार लोगों पर दारोगा ने जमकर कहर बरपाया। दारोगा ने सभी की जमकर पिटाई की। सूचना पाकर पहुंचे ग्रामीणों का आक्रोश देख दरोगा चुपचाप चला गया। इसके बाद नाराज ग्रामीण जैदपुर थाने पहुंचे और हंगामा किया। अधिकारियों ने दरोगा के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस घटना को लेकर युवक का अंतिम संस्कार भी बुधवार को नहीं हो सका। मामला जैदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मुखीपुर का है। इस मामले में एएसपी ने सीओ से जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है।
जैदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मुखीपुर निवासी हनुमान के पुत्र राकेश की बुधवार को खेत में काम करते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। अचानक हुई इस घटना से घर में कोहराम मच गया था।

बेटे की चिता के लिए लकड़ी को लेने के लिए पिता हनुमान अपने दामाद के अलावा भतीजे सोनू व अखिलेश को लेकर रारी नदी के किनारे जंगल में पेड़ से लकड़ी काटने पहुंचा। इसी दौरान कुछ ही देर बाद मौके पर जैदपुर दरोगा रातकेश यादव लकड़ी कटान की सूचना मिलने पर पहुंचे। हनुमान ने बताया कि बिना कुछ पूछे ही दरोगा ने हम चारों लोगों को लात-घूंसे से पिटाई शुरू कर दी। इसे देख जंगल के पास से निकल रहे एक ग्रामीण ने गांव जाकर पूरी घटना बताई। फिर क्या था काफी संख्या में ग्रामीण जंगल में पहुंच गए। इसके बाद दरोगा वहां से खिसक गए। मगर दरोगा के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश नहीं थमा। सभी एकत्र होकर ट्रैक्टर ट्राली पर सवार हुए और जैदपुर थाने पहुंच गए।

थाने के गेट पर ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया और दरोगा द्वारा बेवजह पिटाई करने पर कार्रवाई की मांग की। मौके पर आए इंस्पेक्टर जैदपुर से हनुमान ने बताया कि उसने हरक रेंजर को लकड़ी काटने की जानकारी दी थी, मौखिक अनुमति पर ही वह वहां गए थे। काफी देर चले हंगामे को लेकर पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। इस मामले में एएसपी अखिलेश नारायण ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। इसे लेकर सीओ सदर सुमित त्रिपाठी को जांच दी गई है। उधर, इस हंगामें के कारण हनुमान बुधवार को अपने पुत्र का अंतिम संस्कार नहीं कर पाए। गुरुवार को उन्होंने अपने पुत्र का अंतिम संस्कार किया।