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Hindi News उत्तर प्रदेशरास्ते में खाली होने वाली सीट की चार्ट से पहले हो सकेगी कंफर्म बुकिंग, रेलवे यात्री आरक्षण सिस्टम में बड़े बदलाव की तैयारी 

रास्ते में खाली होने वाली सीट की चार्ट से पहले हो सकेगी कंफर्म बुकिंग, रेलवे यात्री आरक्षण सिस्टम में बड़े बदलाव की तैयारी 

रेलवे यात्री आरक्षण सिस्टम में बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है। रास्ते में खाली होने वाली सीट की चार्ट से पहले कंफर्म बुकिंग हो सकेगी।

रास्ते में खाली होने वाली सीट की चार्ट से पहले हो सकेगी कंफर्म बुकिंग, रेलवे यात्री आरक्षण सिस्टम में बड़े बदलाव की तैयारी 
Deep Pandeyआशीष श्रीवास्तव,गोरखपुरThu, 12 Oct 2023 06:44 AM
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रेलवे यात्री आरक्षण सिस्टम (पीआरएस) में बड़े बदलाव की तैयारी है। थिंक लाइन सर्वर पर चलने वाले पीआरएस सिस्टम को वेब सर्वर से जोड़ा जाएगा। इससे सिस्टम को कहीं भी खोला जा सकेगा और रफ्तार भी बढ़ जाएगी। सेंटर फॉर रिर्जवेशन एंड इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) के सॉफ्टवेयर में बदलाव किया जाएगा। इस बदलाव के बाद बीच रास्ते में खाली होने वाली सीट की चार्ट बनने के पहले ही कंफर्म बुकिंग हो सकेगी। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। अभी चार्ट बनने के पहले तक सिस्टम इसे वेटिंग में दर्शाता है।

 इस बदलाव से बीच रास्ते में खाली होने वाली सीट, उस स्टेशन से आगे की यात्रा के लिए उपलब्ध दर्शाएगी। अभी वेटिंग में इसे दर्शाने की वजह से यात्री असमंजस की स्थिति में रहते हैं और सीट न कंफर्म होने की आशंका में टिकट बुक नहीं कराने से बचते हैं। 

इसे इस तरह से समझ सकते हैं कि अभी कोई व्यक्ति वैशाली एक्सप्रेस में गोरखपुर से हाजीपुर का टिकट बुक कराता है तो उसे वेटिंग मिलेगा जबकि ट्रेन 30 से 40 फीसदी तक गोरखपुर में खाली हो जाती है। वह वेटिंग टिकट गोरखपुर में चार्ट बनने के बाद कंफर्म होता है। लेकिन नए सिस्टम के आ जाने से जितनी बर्थ गोरखपुर में खाली होने वाली होंगी, उस पर कंफर्म टिकट मिल जाएगा।

दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में लखनऊ तक टिकट वेटिंग में, चार्ज बनते ही हो जाता है कंफर्म
अक्सर यात्री गोरखधाम, वैशाली, एलटीटी और कुशीनगर एक्सप्रेस में लखनऊ-कानपुर तक का टिकट लेते हैं। यात्रियों को ऐसे टिकट वेटिंग में ही मिलते हैं। चार्ट बनते ही सीट कंफर्म हो जाती है। दरअसल, ट्रेनों में हर प्रमुख स्टेशनों पर जनरल सीट का कोटा होता है। मसलन गोरखधाम एक्सप्रेस का लखनऊ से दिल्ली के लिए जनरल सीट का 30 बर्थ का कोटा है तो 30 नम्बर तक वेटिंग गोरखपुर से लखनऊ तक अपने आप कंफर्म हो जाएगी। 

पहले फेज में दिसम्बर तक काम शुरू होने की उम्मीद
सेंटर फॉर रिर्जवेशन एंड इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) ने एनई रेलवे के तीनों मण्डलों की पीआरएस सूची मांगी है। एनईआर ने तीनों मण्डलों की पीआरएस लोकेशन और सिस्टम की संख्या की रिपोर्ट भेज दी है। एनई रेलवे में 196 स्टेशनों पर पीआरएस सिस्टम काम करता है। पहले फेज में दिसम्बर से तकनीक शुरू हो जाएगी।