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Hindi News उत्तर प्रदेशरोज 13 घंटे जांच, 5 घंटे मीटिंग कर रही है SIT, गोरखपुर में ऐसे चल रही मनीष हत्‍याकांड की जांच

रोज 13 घंटे जांच, 5 घंटे मीटिंग कर रही है SIT, गोरखपुर में ऐसे चल रही मनीष हत्‍याकांड की जांच

मनीष हत्याकांड में एसआईटी गोरखपुर में 13 घंटे जांच और पांच घंटे मीटिंग हर रोज कर रही है। पांच दिन की जांच में एसआईटी ने होटल, मेडिकल कॉलेज से काफी साक्ष्य जुटाए और होटल के कर्मचारियों सहित कई लोगों...

रोज 13 घंटे जांच, 5 घंटे मीटिंग कर रही है SIT, गोरखपुर में ऐसे चल रही मनीष हत्‍याकांड की जांच
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,कानपुर Fri, 08 Oct 2021 07:02 AM
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मनीष हत्याकांड में एसआईटी गोरखपुर में 13 घंटे जांच और पांच घंटे मीटिंग हर रोज कर रही है। पांच दिन की जांच में एसआईटी ने होटल, मेडिकल कॉलेज से काफी साक्ष्य जुटाए और होटल के कर्मचारियों सहित कई लोगों के बयान भी दर्ज किए। गुरुवार को एसआईटी के कुछ सदस्यों संग वापस लौटे मीनाक्षी के बहनोई रोहित ने ये जानकारी दी।

रोहित ने बताया कि मनीष के केस में एसआईटी बहुत मेहनत कर रही है। हर छोटी सी छोटी बातों को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि एसआईटी की पूरी टीम में करीब 30 सदस्य हैं, जो पांच दिनों से रोज सुबह नौ बजे सर्किट हाउस से निकलती है और रात करीब 10 बजे तक होटल, मेडिकल कॉलेज, थाना सहित कई जगहों पर पड़ताल कर रही है। इसके बाद रात तीन बजे तक टीम के सदस्य मीटिंग कर साक्ष्यों पर चर्चा करते थे। वह और आशीष दोनों एसआईटी टीम के साथ दिनभर रहते थे। दोनों उनकी जांच तो देखते थे, लेकिन जुटाए गए साक्ष्यों के बारे में कोई नहीं बताता था। गुरुवार को एसआईटी के कुछ सदस्य दोनों को छोड़ने आए थे। यहां सुरक्षित घर पहुंचाने के बाद सत्यापन पेपर पर हस्ताक्षर कराकर चले गए।

पुलिसवालों ने होटल में ही मार दिया था मेरे सेठ जी को...

 

ऐसी कौन सी बात थी, जो पुलिसवालों ने इतनी हैवानियत दिखाई और होटल में बेरहमी से मेरे सेठ जी को मार डाला। आखिर उनका कसूर क्या था। सीसीटीवी का वायरल वीडियो देखने के बाद गुरुवार को ये बातें मीनाक्षी ने कहीं। गोरखपुर के जिस होटल में पुलिसकर्मियों की पिटाई से मनीष की मौत हुई थी। वहां के सीसीटीवी का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ, जिसे देखने के बाद मीनाक्षी का मन विलचित हो उठा। उन्होंने बताया कि उस 30 सेकेंड के वीडियो को वह 100 से ज्यादा बार देख चुकी हैं। मीनाक्षी ने बताया कि पति का नाम नहीं लिया जाता है इसलिए वह पति को सेठ जी कहती थीं। वायरल वीडियो में मेरे सेठ जी को जिस तरह से पुलिसवाले लिफ्ट से लेकर जा रहे हैं। उसे देखने के बाद लग गया था उसी समय उन्होंने मेरा साथ छोड़ दिया। मीनाक्षी ने कहा कि आखिर ऐसी कौन सी बात थी, जो पुलिसवालों ने बेरहमी से पीट-पीट कर जान लेनी पड़ गई। उन्होंने उनका क्या बिगाड़ा था। पति की हत्या होने के बाद पुलिसवालों ने होटलकर्मियों से मिलकर कमरे की सफाई करा साक्ष्य भी मिटाए और उन्हें इस तरह से ले गए, जैसे कोई जानवर की लाश को लेकर जाता है। पति को खो चुकी हूं, अब बस हत्यारों को सजा दिलानी है।

अभिराज भी कई बार पूछता है, पापा कहा हैं..

मीनाक्षी ने बताया कि बेटा अभिराज भी दिनभर में कई बार आकर पूछता है पापा कहां हैं। परिवार के लोग उसे बहुत समझाते हैं। उसके साथ खेलकर मन बहलाते हैं, जिससे वह पापा को याद न करें, लेकिन बच्चे को समझाना काफी मुश्किल होता है।

प्रदेश स्तर के अधिकारी जांच कर रहे, दोषी पुलिसकर्मी जरूर जेल जाएंगे

विधायक सुरेंद्र मैथानी गुरुवार शाम मनीष के घर पहुंचे और पत्नी मीनाक्षी से बातचीत की। इस दौरान मीनाक्षी ने विधायक को बताया कि उत्तर प्रदेश गृह (पुलिस) अनुभाग-14 के सचिव तरुण गाबा का एक पत्र एक अक्तूबर को आवास एवं शहरी नियोजन के अपर मुख्य सचिव के नाम भेजा गया। जिसमें कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) में ओएसडी के पद पर नियुक्ति दिए जाने की संस्तुति देने की बात लिखी थी। मीनाक्षी ने विधायक को उसकी एक प्रति भी दी। इस दौरान विधायक ने कहा कि वह मामले में अधिकारियों से बात करेंगे। इस दौरान मीनाक्षी ने विधायक से एसआईटी की जांच के बारे में जानकारी न मिलने, सीबीआई की जांच शुरू न होने और आरोपितों के गिरफ्तार न होने की बात कही। विधायक ने उन्हें बताया कि एसआईटी टीम में प्रदेश स्तर के अधिकारी हैं। विश्वास है कि दोषी पुलिसकर्मी जरूर जेल जाएंगे।