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केजरीवाल का सबसे बड़ा राजदार बिभव; स्वाति मालीवाल बोलीं- AAP में सब डरते हैं उससे

बिभव 'आप' सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के पीए हैं। स्वाति ने बताया कि वह बिभव को साल 2006 से जानती हैं। उन्होंने बिभव को अरविंद केजरीवाल का सबसे बड़ा राजदार बताया।

केजरीवाल का सबसे बड़ा राजदार बिभव; स्वाति मालीवाल बोलीं- AAP में सब डरते हैं उससे
Devesh Mishraलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीThu, 23 May 2024 05:10 PM
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स्वाति मालीवाल अब खुलकर आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ आ गई हैं। उन्होंने पार्टी और दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। एक इंटरव्यू में मालीवाल ने बताया कि पूरी पार्टी बिभव कुमार से डरती है। दरअसल, स्वाति ने बिभव पर मुख्यमंत्री आवास के अंदर बदसलूकी और मारपीट करने का आरोप लगाया है। बिभव 'आप' सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का पीए है। स्वाति ने बताया कि वह बिभव को साल 2006 से जानती हैं। उन्होंने बिभव को अरविंद केजरीवाल का सबसे बड़ा राजदार बताया।

केजरीवाल का सबसे बड़ा राजदार बिभव
एएनआई को दिए इंटरव्यू में स्वाति मालीवाल से पूछा गया कि आप बिभव कुमार को कबसे जानती हैं और क्या उनका अरविंद केजरीवाल से बहुत करीबी रिश्ता है?' इसपर स्वाति ने कहा, 'मैं बिभव को साल 2006 से जानती हूं। शुरुआत में उनका करीबी रिश्ता नहीं था। लेकिन अब अरविंद केजरीवाल के सबसे बड़े राजदार और सबसे करीबी आदमी बिभव कुमार हैं। वह कोई मामूली पीए नहीं है।' 

AAP में सब डरते हैं उससे: मालीवाल
स्वाति मालीवाल ने आगे बताया, 'बिभव कुमार कोई मामूली पीए नहीं है। अगर आप उनका घर देखें तो इतना आलीशान घर उन्हें दिया गया है, जितना किसी मंत्री को भी दिल्ली में नहीं मिला है। इस वक्त वह बहुत पावरफुल आदमी है। पूरी पार्टी उनसे डरती है।' इसपर उनसे पूछा गया कि बिभव से लोग क्यों डरते हैं? स्वाति ने बताया, 'लोग डरते हैं... पूरी पार्टी में यह मैसेज है कि बिभव नाराज हो गया आपसे, तो फिर आप खत्म हो पार्टी में।' 

यह भी पढ़िए: किसी को क्लीन चिट नहीं दे सकती; जब बीच इंटरव्यू में रोने लगीं स्वाति मालीवाल  

पुलिस स्टेशन से क्यों लौटीं स्वाति?
स्वाति मालीवाल ने बताया, 'मैं जब अरविंद जी के घर से निकल कर पुलिस स्टेशन पहुंची। वहां मैं एसएचओ के सामने बुरी तरह से रो रही थी। मैं फूट-फूट कर रो रही थी। मैंने उन्हें सब बताया कि मेरे साथ क्या-क्या हुआ। उसी समय मेरे पास मीडिया के लोगों के बहुत सारे कॉल आने लगे। इससे मैं घबरा गई। क्योंकि चुनाव का समय है और मैं इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहती थी। उस समय मैंने तय किया कि मैं यहां (पुलिस स्टेशन) से जा रही हूं। फिर मैं घर गई। उसके बाद पार्टी के एक वरिष्ठ नेता मेरे घर आए, मुझे बोला गया कि पार्टी इस पर ऐक्शन लेगी।'