Kabul Airport Attack Live: काबुल धमाकों में अब तक 72 की मौत, पाक का नाम ले सालेह ने खोली तालिबान की पोल, पढ़ें सभी लेटेस्ट अपडेट
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल कई बम धमाकों के बाद दहल उठी। गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास हुए कुल सात बम धमाकों में 12 अमेरिकी नौसैनिकों समेत अब तक 72 लोगों की मौत हो गई है। मारे गए बाकी 60 लोगों...
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल कई बम धमाकों के बाद दहल उठी। गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास हुए कुल सात बम धमाकों में 12 अमेरिकी नौसैनिकों समेत अब तक 72 लोगों की मौत हो गई है। मारे गए बाकी 60 लोगों के अफगान नागरिक होने का अनुमान है। इसके अलावा एक अस्पताल में अन्य 60 घायलों का इलाज किया जा रहा है। दो अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अमेरिकी सेना के 60 से अधिक जवान घायल हुए हैं और इनकी संख्या बढ़ सकती है। वहीं, रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हवाईअड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों ने भीड़ को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। हालांकि, यह साफ नहीं हो सका कि रूसी अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए मृतकों के आंकड़ों में मारे गए अमेरिकी नौसैनिकों की संख्या शामिल है या नहीं।
- Kabul Airport Blasts Live Updates:
-अफगानिस्तान के कार्यकारी राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने कहा है कि तालिबान ISIS के साथ अपने संबंधों से इनकार कर रहा है, यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे पाकिस्तान आतंकी संगठन क्वेटा को लेकर दावा करता है। हमारे पास मौजूद हर सबूत बताता है कि ISIS-K की जड़ों में तालिबानी और हक्कानी नेटवर्क है जो कि काबुल में काफी सक्रिय है। तालिबान अपने मास्टर से अच्छी तरह सीख गया है।
Every evidence we have in hand shows that IS-K cells have their roots in Talibs & Haqqani network particularly the ones operating in Kabul. Talibs denying links with ISIS is identical/similar to denial of Pak on Quetta Shura. Talibs hv leanred vry well from the master. #Kabul
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 27, 2021
-अमेरिकी टीवी चैनल सीबीएस की रिपोर्ट के अनुसा, काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले में अब तक 90 लोग मारे गए हैं और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। इसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं।
-व्हाइट हाउस ने कहा कि अफगानिस्तान के काबुल में आतंकवादी हमलों में मारे गए पीड़ितों के सम्मान में 30 अगस्त की शाम तक अमेरिकी ध्वज आधा झुका रहेगा।
अफगानिस्तान में अस्पतालों का संचालन करने वाली इटली की एक संस्था ने कहा कि वे हवाईअड्डे पर हमले में घायल 60 लोगों का उपचार कर रहे हैं जबकि 10 घायल ऐसे थे जिन्होंने अस्पताल लाने के दौरान दम तोड़ दिया। अफगानिस्तान में संस्था के प्रबंधक मार्को पुनतिन ने कहा कि सर्जन रात में भी सेवा देंगे। उन्होंने कहा कि घायलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही। सातवां धमाका देर रात हुआ। हवाई अड्डे पर लगातार छह धमाकों की आवाज पहले सुनाई दी। इसके कुछ देर बाद सातवां धमाका सुना गया।
बाइडन की चेतावनी
काबुल हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस से आतंकियों को चेताया है और कहा कि उन्हें इन मौतों की कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि हम न भूलेंगे और न तुम्हें माफ नहीं किया जाएगा। हम चुन चुन कर शिकार करेंगे। उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान में रह रहे अपने अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे, साथ ही अपने सहयोगियों को भी निकालेंगे। हमारा मिशन जारी रहेगा।
आईएसआईएस-के ने ली है जिम्मेवारी
साइट मॉनिटरिंग के अनुसार, काबुल एयरपोर्ट के पर हुए हमलों की जिम्मेवारी आतंकी संगठन आईएसआईएस-के ने ली है। आतंकी संगठन ने टेलीग्राम अकाउंट के जरिए इसकी जानकारी दी है। वहीं, एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि क्षेत्र को निशाना बनाए जाने के बावजूद निकासी अभियान के लिए काबुल हवाईअड्डे से उड़ान भरी जा रही हैं।
और आतंकी हमला हो सकता है
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि दाएस अफगानिस्तान में और आत्मघाती हमले कर सकता है। तालिबान ने कहा, अमेरिकी गोला बारूद को नष्ट किया। तालिबान के एक प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा कि काबुल हवाईअड्डे पर धमाका अमेरिका नियंत्रित गोला बारूद को नष्ट करने के लिए किया गया।
गुतारेस-जॉनसन ने निंदा की
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हमले को बर्बर करार देते हुए कहा कि निकासी अभियान तेजी से जारी रखने की जरूरत है।
एक हमलावर ने उन लोगों को निशाना बनाकर हमला किया जो गर्मी से बचने के लिए घुटनों तक पानी वाली नहर में खड़े थे और इस दौरान शव पानी में बिखर गए। ऐसे लोग जो कि कुछ देर पहले तक विमान में सवार होकर निकलने की उम्मीद कर रहे थे वो घायलों को एंबुलेंस में ले जाते देखे गए। उनके कपड़े खून से सन गए थे।
हमले में आईएस का हाथ : अमेरिका
अमेरिका के एक सैन्य अधिकारी का कहना है कि ‘निश्चित तौर पर माना जा रहा है कि’ काबुल हवाई अड्डे के पास हुए हमले के पीछे आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट का हाथ है। इस्लामिक स्टेट समूह तालिबान से अधिक चरमपंथी है और इसने असैन्य नागरिकों पर कई बार हमले किये हैं। सैन्य अधिकारी ने काबुल में ऐसे और आत्मघाती हमले होने की आशंका जताई है। एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि क्षेत्र को निशाना बनाए जाने के बावजूद निकासी अभियान के लिए काबुल हवाईअड्डे से उड़ान भरी जा रही हैं।
अमेरिका से सहयोग करेगा फ्रांस
इस बीच, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि कुछ घंटे पहले हुए धमाकों के कारण काबुल हवाईअड्डे के पास हालात गंभीर रूप से बिगड़े हैं। आयरलैंड के डबलिन में अपने दौरे के दौरान एक प्रेसवार्ता में मैक्रों ने कहा, ‘हम एक अत्यंत तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे हैं, ऐसे में हमें अपने अमेरिकी सहयोगियों के साथ समन्वय करना चाहिए। हवाई अड्डे पर हालात अनुकूल रहने तक फ्रांस अपने नागरिकों, अन्य सहयोगी देशों के लोगों और अफगानों को निकालना जारी रखेगा।’