इजरायल और ईरान के बीच जारी जंग अब अयातुल्ला अली खामेनेई पर आकर अटक गई है और डर है कि उन्हें भी शिकार बनाया जा सकता है। जान से मारने के इजरायल के ऐलान के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई को तेहरान के एक सीक्रेट बंकर में छिपे हैं।
अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्क एबीसी ने बुधवार को रिपोर्ट में यह जानकारी दी। अमेरिका के अधिकारियों ने कहा है कि वह अगले 24 से 48 घंटे यह निर्धारित करेंगे कि ईरान और इज़रायल के बीच संघर्ष का कूटनीतिक समाधान संभव है या राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सैन्य कार्रवाई का सहारा लेना पड़ेगा।
कहा जा रहा है कि ईरान ने नतांज में ही अपना परमाणु ठिकाना बनाया है और यहीं पर वह यूरेनियम का भंडार जमा कर रहा है। यूरेनियम संवर्धन के लिए उपयोग किए जाने वाले सेंट्रीफ्यूज को रखने के लिए बनाए गए भूमिगत स्थल को ‘सेंट्रीफ्यूज हॉल’ कहा जाता है।
रूस के खिलाफ अमेरिका से मदद की उम्मीद लेकर आए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी निराश होकर लौटे। उन्होंने कहा कि अब तो कूटनीति के कोई मायने ही नहीं रह गए हैं। उन्होंने जी-7 समिट में रूस के खिलाफ कोई बयान जारी न होने पर भी निराशा जताई।
हमास ने 7 अक्तूबर, 2023 में इजरायल पर भीषण अटैक कर दिया था और तब से ही इजरायल के हमले गाजा पर चल रहे हैं। इस जंग में अब तक करीब 60 हजार लोग मारे जा चुके हैं। ये दोनों मोर्चे बंद भी नहीं हुए थे कि इस बीच ईरान और इजरायल में फिर से भीषण जंग शुरू हो गई है।
ईरान, इजरायल, सीरिया, इराक जैसे मध्य पूर्व के कई देशों ने जंग के कारण अपने एयरस्पेस को ही बंद कर रखा है। ऐसी स्थिति में ईरान में फंसे भारतीय कैसे लौटेंगे? इस सवाल का जवाब यह है कि सभी भारतीयों को जमीनी रास्ते से ईरान से निकलना होगा और फिर वे समुद्री जहाज या फिर हवाई सफर के रास्ते भारत लौट पाएंगे।
कंपनी का नाम ट्रंप मोबाइल होगा। यह कंपनी कॉलिंग सर्विस मुहैया कराएगी और मोबाइल फोन डिवाइसेज भी बेचेगी। कुछ महीनों में ही इस कंपनी के फोन लॉन्च हो जाएंगे। इस तरह डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार के कारोबारी साम्राज्य का नया विस्तार होने वाला है।
इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई तेज होती जा रही है। इस बीच ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को वहां निकालने की कवायद भी शुरू हो गई है। भारत सरकार ने कहा है कि वह इन छात्रों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में तय किया जाए कि इजरायल के इन हमलों का कैसे जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा कि ईरान सिर्फ हमारा पड़ोसी देश ही नहीं है बल्कि भाई भी है। हमारे रिश्ते गहरे हैं और लंबा इतिहास है। पाकिस्तान इस जंग में पूरी तरह से ईरान के साथ है।
ईरान में इजरायल के हमलों के बीच सैकड़ों भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं। यह भारतीय छात्र ईरान में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गए हैं। अब यह छात्र भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें यहां से निकाल जाए।