Vande Bharat: हो जाइए तैयार, यूपी वालों के लिए आ गई खुशखबरी; इस रूट पर कमाल करेगी वंदे भारत
New Delhi Agra Vande Bharat: वंदे भारत की यह नई सेवा राजधानी दिल्ली से ताज नगरी आगरा के लिए शुरू की जाएगी। 200 किलोमीटर के इस सफर को इस वंदे भारत के जरिए सिर्फ 90 मिनट में पूरा किया जा सकता है।
New Delhi-Agra Vande Bharat: देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत के चाहने वालों के लिए खुशखबरी है। ऐसा बताया जा रहा है कि भारतीय रेलवे उत्तर प्रदेश से दिल्ली के लिए नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की नई सेवा शुरू करने जा रहा है। वंदे भारत की यह नई सेवा राजधानी दिल्ली से ताज नगरी आगरा के लिए शुरू की जाएगी। खास बात यह है कि 200 किलोमीटर के इस सफर को इस वंदे भारत के जरिए सिर्फ 90 मिनट में पूरा किया जा सकता है। इस रूट पर चलने वाली नई वंदे भारत ट्रेन की मुख्य विशेषताओं में से एक है इसकी तेज गति। बताया जा रहा है कि इस रूट पर 160 किमी/घंटा की रफ्तार से नई वंदे भारत फर्राटा भरेगी। जहां अन्य ट्रेनें नई दिल्ली और आगरा के बीच की दूरी 2 से 4 घंटे में तय करती हैं, वहीं यह नई वंदे भारत 200 किमी की दूरी सिर्फ 1.3 घंटे यानी 90 मिनट में तय करने जा रही है।
जुलाई में किया जाएगा ट्रायल
नई ट्रेन के बारे में जानकारी साझा करते हुए रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि यह ट्रेन 16 कोच वाली होगी। नई दिल्ली पहुंचने से पहले यह आगरा और लखनऊ स्टेशनों से होकर गुजरेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस ट्रेन का ट्रायल जुलाई में रेलखंड पर किया जायेगा। अन्य वंदे भारत ट्रेनों की तरह ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि नई दिल्ली-आगरा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सुबह ही अपना सफर शुरू कर सकती है।
चलाई जाएगी वंदे भारत मेट्रो
भारतीय रेलवे फिलहाल 150 से 200 किमी की दूरी वाले शहरों के बीच वंदे भारत मेट्रो चलाने की तैयारी कर रहा है। पिछले सप्ताह पलवल से वृन्दावन के बीच ट्रेन के आर्मर सिस्टम का भी परीक्षण किया गया था। जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन को 8 कोचों के साथ 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाकर परीक्षण किया गया।
शानदार काम कर रहा कवच सिस्टम
वंदे भारत ट्रेन की कवच की क्षमता के बारे में सिन्हा ने यह भी कहा कि इसकी कवच प्रणाली का परीक्षण सफल रहा। इस ट्रेन कवच की मदद से ट्रेन लाल सिग्नल पर अपने आप आसानी से रुक जाती जा रही है। लोको पायलट के कुछ किए बिना कवच की मदद से गति को नियंत्रित किया गया। इस ट्रायल के बाद उत्तर प्रदेश में वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है।