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धनबाद से खुलने वाली एलेप्पी में वेल्लोर के लिए सिर्फ 41 सीटें

धनबाद। एलेप्पी एक्सप्रेस का नाम सुनते ही रिजर्वेशन काउंटर पर बैठने वाले क्लर्क और सुपरवाइजर समझ जाते हैं कि टिकट वेल्लोर (काटपाड़ी) रेलवे स्टेशन का...

धनबाद से खुलने वाली एलेप्पी में वेल्लोर के लिए सिर्फ 41 सीटें
हिन्दुस्तान टीम,धनबादFri, 09 Feb 2024 01:30 AM
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धनबाद। एलेप्पी एक्सप्रेस का नाम सुनते ही रिजर्वेशन काउंटर पर बैठने वाले क्लर्क और सुपरवाइजर समझ जाते हैं कि टिकट वेल्लोर (काटपाड़ी) रेलवे स्टेशन का ही होगा। एंबुलेंस ट्रेन के रूप में प्रचलित एलेप्पी एक्सप्रेस में चार महीने पहले एडवांस टिकट लेने पर भी यात्रियों को शायद ही कंफर्म सीट मिल पाती है। यह स्थिति तब है जब ट्रेन धनबाद से ही खुलती है। बुकिंग लाइन खुलने के फौरन बाद सभी सीटें फुल हो जाती हैं। 120 दिन पहले ट्रेन में वेटिंग का रहस्य काफी दिलचस्प है। दरअसल, रेलवे ने धनबाद से वेल्लोर स्टेशन के लिए एडवांस टिकटों की बुकिंग के लिए सिर्फ 41 टिकटों का कोटा तय किया है।
जी हां, यदि कोई यात्री चार महीने पहले भी बुकिंग लाइन खुलते ही एलेप्पी में टिकट कटाना चाहेगा तो उसे स्लीपर और एसी श्रेणी को मिलाकर महज 41 कंफर्म सीट मिल सकेंगे। एलेप्पी धनबाद से हर दिन पांच स्लीपर के अलावा छह थर्ड एसी, चार सेकेंड एससी और एक फर्स्ट एसी की बोगी के अलावा दो जेनरल बोगियों के साथ खुलती है। यानी स्लीपर में 400, थर्ड एसी में 434, सेकेंड एसी में 216 सीटें हैं। लिहाजा एक हजार से अधिक सीट लेकर दौड़ने के बावजूद वेल्लोर जाने वाले स्लीपर के सिर्फ 10, थर्ड एसी के 12, सेकेंड एसी के 18 और फर्स्ट एसी के मात्र एक यात्री को एलेप्पी में चार महीने पहले कंफर्म सीट मिल पाती है। बाकी सीटों के एवज में रेलवे सामान्य से अधिक किराया वसूलता है।

तत्काल का भाव बढ़ाने का है फंडा: वेल्लोर जाने के लिए एलेप्पी एक्सप्रेस धनबाद ही नहीं बल्कि संताल परगना और कोयलांचल के अन्य जिलों के यात्रियों के लिए पहली पसंद है। इस ट्रेन से 85 से 90 प्रतिशत यात्री वेल्लोर स्टेशन ही जाते हैं। वेल्लोर की भारी मांग होते हुए भी जेनरल कोटे के निर्धारण में भेदभाव के पीछे रेलवे का राजस्व अर्जित करने का फंडा है। रेलवे की यह नीति सीएमसी वेल्लोर जाने वाले बीमार, लाचार और मजबूर यात्रियों की जेब पर अतरिक्त बोझ डालने वाला है। वेटिंग झेलने वालों को तत्काल टिकट खरीदने के लिए विवश किया जाता है।

421 किलोमीटर आगे का टिकट लेने पर अधिक सीट: एलेप्पी एक्सप्रेस में वेल्लोर यानी काटपाड़ी स्टेशन के लिए भले ही कम सीटों का निर्धारण किया गया है, लेकिन धनबाद से यदि कोई यात्री काटपाड़ी से 421 किलोमीटर आगे यानी पालक्काड स्टेशन का एडवांस टिकट लेगा तो उसे चार महीने पहले 10 की जगह 105, थर्ड एसी में 12 की जगह 173, सेकेंड एसी में 18 की जगह 66 और फर्स्ट एसी में एक की बजाए 16 सीटों का विकल्प दिया जाता है। हालांकि पालक्काड़ रेलवे स्टेशन के लिए काटपाड़ी की अपेक्षा यात्रियों को स्लीपर में 85 रुपए से फर्स्ट एसी में 550 रुपए तक अधिक किराया चुकाना पड़ेगा।

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