इस्लामाबाद में हमले की आशंका, US-ब्रिटेन ने दूतावास के स्टाफ को मैरियट होटल जाने से किया मना
मालूम हो कि एक आत्मघाती हमलावर ने पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित मैरियट होटल को सितंबर 2008 में निशाना बनाया था, जो राष्ट्रीय राजधानी में हुए इस तरह के सबसे घातक हमलों में एक था।
![इस्लामाबाद में हमले की आशंका, US-ब्रिटेन ने दूतावास के स्टाफ को मैरियट होटल जाने से किया मना इस्लामाबाद में हमले की आशंका, US-ब्रिटेन ने दूतावास के स्टाफ को मैरियट होटल जाने से किया मना](https://images1.livehindustan.com/uploadimage/library/2022/12/25/16_9/16_9_6/pak_hotel_1671991057.jpg)
इस खबर को सुनें
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित एक बड़े होटल पर हमले की आशंका है। इसे देखते हुए अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने दूतावास के स्टाफ के लिए अलर्ट जारी किया है। अमेरिकी दूतावास ने रविवार को अपने कर्मचारियों को इस्लामाबाद के मैरियट होटल में US के नागरिकों को संभावित खतरे की चेतावनी दी। दरअसल, यह शहर 2 दिन पहले हुए एक आत्मघाती हमले के बाद हाई अलर्ट पर है। इस हमले में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी और 10 अन्य घायल हो गए थे।
दूतावास ने सुरक्षा अलर्ट में कहा कि अमेरिकी सरकार यह सूचना मिली है कि अज्ञात व्यक्ति छुट्टियों के दौरान इस्लामाबाद के मैरियट होटल में अमेरिकी नागरिकों पर हमले की साजिश रच रहे हैं। रविवार को जारी परामर्श के जरिए अमेरिकी कर्मियों को छुट्टियों के दौरान इस लोकप्रिय होटल की यात्रा करने से मना किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसी तरह की सुरक्षा एडवाइजरी ब्रिटेन की ओर से भी उसके दूतावास के लोगों के लिए जारी की गई है।
2008 में मैरिएट होटल में हुआ आत्मघाती हमला
अमेरिकी दूतावास ने सभी कर्मियों को छुट्टियों के दिनों में इस्लामाबाद की गैर-जरूरी यात्रा करने से बचने को कहा है। गौरतलब है कि एक आत्मघाती हमलावर ने इस्लामाबाद स्थित मैरियट होटल को सितंबर 2008 में निशाना बनाया था, जो राजधानी में हुए इस तरह के सर्वाधिक घातक हमलों में एक था। होटल के बाहरी गेट को 600 किलोग्राम उच्च विस्फोटकों से भरे ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस हमले में 60 लोग मारे गए थे। यह इतना भयानक था कि होटल का एक हिस्सा नष्ट हो गया था जिसे बाद में बंद कर दिया गया। हालांकि, कुछ महीनों बाद उसे खोल दिया गया।
अमेरिकी दूतावास ने अपने कर्मचारियों को मैरियट होटल न जाने के साथ ही अन्य चीजों को लेकर भी सतर्क किया है। दूतावास ने अमेरिकों को प्रार्थना स्थलों पर सतर्कता बरतने और ज्यादा भीड़ वाली जगहों से बचने, उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा योजनाओं की समीक्षा करने, पहचान पत्र रखने, कानून प्रवर्तन की अपील का पालन करने और घटनाओं से अपडेट रहने की सलाह दी है। हालांकि, अभी तक इस मामले को लेकर विदेश कार्यालय और गृह मंत्रालय की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।
![](https://www.livehindustan.com/static-content/1y/lh/img/lh-epaper-str-banner-mob.jpg)