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Hindi News पंजाबभारत में फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, 4.1 की तीव्रता से हिली पंजाब के अमृतसर की धरती

भारत में फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, 4.1 की तीव्रता से हिली पंजाब के अमृतसर की धरती

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉली के मुताबिक, भूकंप की गहराई जमीन से 120 किलोमीटर अंदर तक थी। अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। आज तड़के आए भूकंप के दौरान ज्यादातर लोग सो रहे थे।

भारत में फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, 4.1 की तीव्रता से हिली पंजाब के अमृतसर की धरती
Niteesh Kumarलाइव हिन्दुस्तान,चंडीगढ़Mon, 14 Nov 2022 06:49 AM

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भारत में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पंजाब के अमृतसर में सोमवार तड़के 3:42 बजे भूकंप के झटके से धरती कांपी। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉली के मुताबिक, भूकंप की गहराई जमीन से 120 किलोमीटर अंदर तक थी। अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।

नेपाल में शनिवार को 5.4 तीव्रता का भूकंप आने के कारण इसके झटके दिल्ली और एनसीआर से लेकर उत्तराखंड तक महसूस किए गए थे। यह भूकंप उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 101 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में आया। इसके झटके हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मुजफ्फरनगर और शामली समेत अन्य जिलों में महसूस किए गए।

शनिवार को उत्तराखंड में महसूस हुए भूकंप के झटके
इसके पहले 3.4 तीव्रता का भूकंप उत्तराखंड में शनिवार शाम चार बजकर 15 मिनट पर आया था जिसका अधिकेंद्र पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र में था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड-नेपाल सीमा से सटे हिमालयी क्षेत्र में 8 से 12 नवंबर के बीच अलग-अलग तीव्रता के कम से कम 8 भूकंप आए हैं। थौरागढ़ आपदा प्रबंधन अधिकारी बीएस महार ने कहा कि भूकंप का अधिकेंद्र नेपाल के सिलांग कस्बे से तीन किलोमीटर दूर था, लेकिन इसके झटके भारत, चीन और नेपाल में महसूस किए गए।

क्यों आता है भूकंप?
धरती की प्लेटों के टकराने से भूकंप आता है। हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा। पूरी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है। ये प्लेटें इसी लावे पर तैर रही हैं और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है जिसे भूकंप कहते हैं। मालूम हो कि ये प्लेंटे बेहद धीरे-धीरे घूमती रहती हैं। इस प्रकार ये हर साल 4-5 मिमी अपने स्थान से खिसक जाती हैं। कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। ऐसे में कभी-कभी ये टकरा भी जाती हैं।