Delhi: हनुमान मंदिर परिसर में मटन की डिलीवरी करने से युवक ने किया इनकार, फिर क्या हुआ?
दिल्ली में एक फूड डिलीवरी बॉय के साथ हैरान कर देने वाला वाकया हुआ है। उसने दावा किया कि दिल्ली के मरघट बाबा हनुमान मंदिर परिसर के पास मांसाहारी भोजन की डिलीवरी से इनकार करने के बाद उसकी नौकरी चली गई।
दिल्ली में एक फूड डिलीवरी बॉय के साथ अजीब वाकया पेश आया जो चर्चा का विषय बन गया है। फूड डिलीवरी बॉय का नाम सचिन पांचाल बताया जा रहा है। सचिन ने दावा किया कि दिल्ली के यमुना बाजार स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर (मरघट वाले बाबा) क्षेत्र में एक दुकानदार को मांसाहारी भोजन की डिलीवरी करने से मना करने पर उसकी स्विगी से नौकरी चली गई। हालांकि, स्विगी के सूत्रों ने दावा किया कि डिलीवरी बॉय अभी भी फूड-डिलीवरी सर्विस ऐप का हिस्सा है और उसकी आईडी को बंद नहीं किया गया है। इस घटना की जानकारी सामने आने के बाद युवक सचिन पांचाल को मंदिर के पंडित वैभव शर्मा ने मंगलवार को सम्मानित किया।
मांसाहारी भोजन की डिलीवरी के संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें देखा और सुना जा सकता है कि सचिन ने धार्मिक स्थान पर ऑर्डर नहीं पहुंचाया था। बताया जा रहा है कि वीडियो सचिन ने जारी किया था। इसमें स्विगी का डिलीवरी एजेंट सचिन को मंदिर परिसर के बाहर खड़ा था। वह हाथ में मटन कोरमा खाने का ऑर्डर लिए कस्टमर से कह रहा है कि वह मंदिर परिसर से बाहर आकर अपना ऑर्डर ले सकता है। इस पर कस्टमर कहता है कि उसे परिसर के भीतर डिलीवरी करनी होगी।
इस पर सचिन कहता है कि भैया मंदिर दो कदम पर है। आप मंदिर के लिए प्रसाद और सामान बेचते हैं। ऐसे में मेरा आपकी दुकान में मटन लेकर आना उचित नहीं होगा। इसी घटनाक्रम के तहत डिलीवरी बॉय के स्विगी कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव से बात करने का ऑडियो भी आया है। इसमें फूड डिलीवरी बॉय स्विगी के कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव से कह रहा है कि वह मटन कोरमा ऑर्डर नहीं करने जाएगा क्योंकि डिलीवरी की लोकेशन उस परिसर के पास है जहां भगवान हनुमान के लिए प्रसाद तैयार किया जाता है।
इस पर कंपनी का एग्जीक्यूटिव उसे समझाता है कि वह कुछ गलत नहीं कर रहा है क्योंकि यह कंपनी की नीति है कि आर्डर को दरवाजे पर पहुंचाना है। हालांकि डिलीवरी बॉय ऐसा करने से इनकार कर देता है। वह कहता है कि मैं अधर्मी नहीं हूं। मैं ऑर्डर देने के लिए मंदिर परिसर में नहीं जाऊंगा। वह एग्जीक्यूटिव से कहता है कि यदि उसको डिलीवरी करने के लिए मजबूर किया गया तो वह कॉल डिटेल सार्वजनिक कर देगा। इस घटना के बाद डिलीवरी ब्वॉय ने दावा किया कि स्विगी ने उसे नौकरी से निकाल दिया है।
वहीं कंपनी के सूत्रों का कहना है कि डिलीवरी बॉय की आईडी बंद नहीं की गई है। शायद वह इस घटना के बाद ऑर्डर लेने से डर रहा था। हम ऐसे मामलों में अपने डिलीवरी मैन के साथ कस्टमर केयर स्टाफ को संवेदनशील बनाने की कोशिश करते हैं। वहीं मंदिर के पंडित वैभव शर्मा ने बताया कि युवक को सम्मानित किया है। साथ ही मंदिर में आने वाले कई श्रद्धालु युवक को रोजगार देने के लिए आगे आए हैं। वैभव शर्मा ने कहा- युवक ने मंदिर क्षेत्र में मांसाहारी भोजन की डिलीवरी न करके श्रद्धालुओं की भवनाओं का सम्मान और अपने धर्म की रक्षा का परिचय दिया है।
करोलबाग इलाके में किराये के मकान में रहने वाले सचिन पांचाल ने बताया कि वह ऐप आधारित कंपनी के माध्यम से भोजन की डिलीवरी का काम करता है। कुछ दिन पहले रात के साढ़े 12 बजे के करीब मटन की डिलीवरी का ऑर्डर मिला था, लेकिन जब डिलीवरी वाले स्थल पर पहुंचा तो पता चला कि ऑर्डर मंदिर क्षेत्र में स्थित एक दुकानदार ने मंगवाया था। मैंने मंदिर परिसर में डिलीवरी करने से मना कर दिया था। वीडियो वायरल होने के बाद लोग उस दुकानदार से नाराज हैं जिसने ऑर्डर दिया था। फिलहाल दुकान बंद है और वहां सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।