टाटानगर स्टेशन के सफाई खर्च में तीन करोड़ की कटौती
जमशेदपुर।दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन के मॉडल स्टेशन टाटानगर में सफाई की सराहना दूसरे राज्यों के भी यात्री करते...
जमशेदपुर।दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन के मॉडल स्टेशन टाटानगर में सफाई की सराहना दूसरे राज्यों के भी यात्री करते हैं। लेकिन भविष्य में यह स्थिति रहने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि रेलवे स्टेशन सफाई खर्च में करीब तीन करोड़ की कटौती कर रहा है। इससे स्टेशन की सफाई व्यवस्था पर असर पड़ना तय है। वहीं, दूसरे स्टेशनों की तरह प्लेटफॉर्म, लाइन, टिकट केंद्र और एफओबी में कचरे का अंबार भविष्य में दिख सकता है। दरअसल दक्षिण पूर्व जोन ने शुक्रवार को टाटानगर स्टेशन मैकेनाइज्ड क्लीनिंग का टेंडर निकाला है, जो तीन वर्षों के लिए 8 करोड़ 15 लाख 77 हजार रुपये का है। पूर्व में स्टेशन की सफाई का टेंडर चार वर्ष के लिए 11 करोड़ रुपये से ज्यादा का था। जानकार बताते हैं कि स्टेशन सफाई कार्य मार्च 2023 से कोटेशन पर चल रहा था, क्योंकि टेंडर की मियाद खत्म हो चुकी है। अभी टेंडर राशि कम होना स्वच्छता पर खतरा है, क्योंकि पांच वर्ष में मजदूरी के साथ अन्य खर्च महंगाई के अनुरूप स्वत: बढ़ा है।
अभी 18 मशीन से होती है सफाई
टाटानगर स्टेशन पर अभी 18 तरह की मशीनों (हाई प्रेसर, स्क्रबर, वैक्यूम, मैनुअल क्लीपर व अन्य) से 24 घंटे सफाई होती है। इसके लिए तीन शिफ्ट में 105 आउटसोर्स कर्मचारियों की टीम है। इधर, सफाई के नए एवं पुराने टेंडर के अंतराल में टाटानगर स्टेशन पर ट्रेनों के साथ यात्रियों की संख्या लगभग डेढ़ गुना बढ़ी है। इससे स्टेशन पर कचरा भी ज्यादा निकलना तय है, ऐसे में सफाई खर्च कम होने का परिणाम यात्रियों को भुगतना पड़ेगा।