रेल इंजिन में लगी आग कैसी रोकी जाए, इसका मिला प्रशिक्षण
जमशेदपुर वरीय संवाददाता टाटानगर रेल सिविल डिफेंस द्वारा इलेक्ट्रिक लोको प्रशिक्षण केंद्र में शनिवार...
जमशेदपुर वरीय संवाददाता
टाटानगर रेल सिविल डिफेंस द्वारा इलेक्ट्रिक लोको प्रशिक्षण केंद्र में शनिवार को प्रशिक्षणार्थी लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को आपदा राहत का प्रशिक्षण दिया गया।
सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर ने बताया इलेक्ट्रिक इंजन में दो तरह की आग लगने की संभावना होती है शॉर्ट सर्किट इलेक्ट्रिक फायर और मैटेलिक फायर जो घर्षण से लगती है इसी को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक इंजन या डीजल इंजन में डीसीपी फायर शामक और कार्बन डाइ ऑक्साइड अग्निशामक दी जाती है। आपात स्थिति आग लगने पर प्रारंभिक अवस्था में ही इसका उपयोग कर दुर्घटना होने से रोक सके। अग्निशामक उपयोग करने के नियम और सावधानियां का जीवंत प्रदर्शन कर लोको पायलटों और सहायक लोको पायलट को प्रशिक्षित किया गया। साथ ही आग लगने पर भगदड़ की स्थिति में हताहत घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देने की विधि बताई गई।
मालूम हो चक्रधरपुर मंडल वरिष्ठ सुरक्षा संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार द्वारा लोको पायलट ट्रेनिंग सेंटर में प्रतिमाह दो दिन चालक दल को प्रशिक्षित करने की आदेश सिविल डिफेंस को दी गई है ।
अग्निशामक यंत्र की डेमो सिविल डिफेंस के वरिष्ठ वॉलिंटियर शंकर प्रसाद, सीपीआर विधि की डेमो टीएन पांडेय और घायलों को के बैंडेज का डेमो अनामिका मंडल ने दिया। साथ ही इस अवसर पर एलपीजी गैस सिलेंडर में लगी आग को बुझाने की विधि भी बताई गई ।
आपदा राहत प्रशिक्षण कक्षा कार्य शाला में कुल तीन सौ लोको पायलट सहायक लोको पायलट मुख्य सीआई पी के सेनापति और कार्यालय के समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।