ट्रेंडिंग न्यूज़

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

Hindi News उत्तर प्रदेश'राजनीति' फिल्म करने के बाद असली राजनीति में आने को लेकर क्या है इरादा? मेरठ में मनोज बाजपेयी ने बताई दिल की बात  

'राजनीति' फिल्म करने के बाद असली राजनीति में आने को लेकर क्या है इरादा? मेरठ में मनोज बाजपेयी ने बताई दिल की बात  

मेरठ पहुंचे अभिनेता मनोज बाजपेयी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, उन्होंने फिल्म राजनीति जरूर की है लेकिन वह कभी राजनीति में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि दर्शक की रुचि का कोई फॉर्मूला नहीं होता।

'राजनीति' फिल्म करने के बाद असली राजनीति में आने को लेकर क्या है इरादा? मेरठ में मनोज बाजपेयी ने बताई दिल की बात  
Dinesh Rathourवरिष्ठ संवाददाता,मेरठSat, 18 May 2024 10:05 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता मनोज बाजपेयी शनिवार को मेरठ आए। 24 मई को रिलीज होने जा रही अपने फिल्म इंडस्ट्री के 30 साल के सफर की 100वीं फिल्म भैया जी का पीवीएल मॉल शास्त्रीनगर और गढ़ रोड स्थित मंगलपांडे नगर में प्रमोशन किया।  फिल्म राजनीति में बेहतरीन किरदार निभाने वाले अभिनेता मनोज बाजपेयी से जब असली राजनीति को लेकर सवाल किया गया तो उनके दिल की बात जुबां पर आ गई। मनोज बाजपेयी ने कहा, राजनीति फिल्म में काम जरूर किया है, लेकिन कभी राजनीति में नहीं आऊंगा। भैया जी जिंदाबाद के नारों से बीच मेरठ पहुंचे अभिनेता मनोज वाजपेयी का फिल्म अभिनेता लोकेश तिलकधारी, जिला पंचायत सदस्य गुड्डू गगोल, होटल हारमनी इन के निदेशक नवीन अरोड़ा, मीडिया प्रभारी अनुरोध चौहान ने स्वागत किया। अमित भड़ाना के आग्रह पर उन्होंने डायलॉग भी सुनाया कि बादशाह की गली में आकर उसका पता नहीं पूछते, गुलामों के झुके हुए सिर खुद ब खुद रास्ता बता देते हैं। 

पीवीएस माल में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह कभी राजनीति में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि दर्शक की रुचि का कोई  फॉर्मूला नहीं होता। एक तरफ एनिमल जैसी बड़ी फिल्म भी चलती है तो वहीं छोटे बजट की बारहवीं फेल को भी दर्शक पसंद करते हैं। नेपोटिज्म के बारे में कहा कि इसे नकारा नहीं जा सकता, लेकिन वही स्टार किड सफल होता है, जिसमें प्रतिभा होती है। बॉलीवुड को बाहर वालों के लिए भी चीजों को आसान करना होगा। 

रश्मिरथी से कठिन समय में मिला हौसला

अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा कि रश्मिरथी से बचपन से ही प्रभावित रहा। 5वीं क्लास से मंच पर कई बार रश्मिरथी को पढ़ा और पुरस्कार मिले। रश्मिरथी के वह पंक्तियां अब याचना नहीं रण होगा...वह मेरे जीवन से कुछ इस तरह से जुड़ी कि कठिन समय में इनसे हौसला मिलता था। 

ग्रामीण पृष्ठभूमि की एक्शन से भरपूर फिल्म 

मनोज वाजपेयी ने आने वाली फिल्म भैया जी का प्रमोशन किया। उन्होंने इसे ग्रामीण पृष्ठभूमि की एक्शन फिल्म बताया। फिल्म का संदेश है कि परिवार महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि लोग मनोरंजक फिल्म देखना चाहते हैं। उसी को ध्यान में रखते हुए फिल्म लखनऊ में तैयार की गई। वाजपेयी ने कहा कि इस फिल्म में 98 फीसदी एक्शन खुद मैंने किए। फिल्म में मेरा नया रूप देखने को मिलेगा। दर्शकों का फिल्म से भरपूर मनोरंजन होगा और पैसे वसूल होंगे। उन्होंने कहा कि नोएडा में फिल्म सिटी बनने से मेरठ और उत्तर प्रदेश के कलाकारों को लाभ होगा। हर राज्य में फिल्म इंडस्ट्री होनी चाहिए, ताकि कलाकारों को काम मिल सके। 

कलाकारों की कमी नहीं, निर्माता-निर्देशकों को तलाशने होंगे

अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा कि मेरठ और आसपास क्षेत्र के कलाकारों ने मेरठ से मायानगरी तक का सफर तय कर अपनी पहचान स्थापित की। फिल्म निर्माता-निर्देशकों की जिम्मेदारी है कि वह फिल्मों में रोल के लिए कलाकारों की तलाश करें। 

फिल्मों का शतक हुआ, कहा-सोचा नहीं था 10 फिल्में भी कर पाऊंगा 

'सत्या', 'शूल', 'अलीगढ़', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'द फैमिली मैन' के लिए जाने जाने वाले बिहार के रहने वाले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि अपूर्व सिंह कारकी द्वारा निर्देशित फिल्म 'भईया जी' 100वीं फिल्म होगी। कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे 10 फिल्में भी करने का मौका मिलेगा, लेकिन मैं 100 फिल्मों तक पहुंच गया। यदि आप निरंतर काम करते हैं तो मुंबई आपको कुछ समय बाद अपना लेती है। मेरे पास जो कुछ है, उसके लिए मैं भगवान और दर्शकों का आभारी हूं। 

फिल्म सफल होगी और लोग भैया नहीं भैया जी बोलेंगे

मनोज वाजपेयी ने कहा कि उम्मीद है कि 'भैया जी' फिल्म सफल होगी और 'भैया' शब्द के विषय में दर्शकों की धारणा बदलेगी। उन्होंने कहा, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश या छत्तीसगढ़ के लोगों को बड़े शहरों में मजाक में 'भैया' कहा जाता है। हमने सोचा कि 'भैया नहीं, भैया जी' एक अच्छी टैगलाइन है। इसका अर्थ है 'उपहास न करें, सम्मान करें'। मनोज वाजपेयी ने कहा कि पत्रकारों पर फिल्म बनाने का इरादा है।