CUET 2024 : एक विश्वविद्यालय में प्रवेश मिलेगा, पंजीकरण कई में करना पड़ रहा, फीस रिफंड की भी समस्या
College Admissions 2024 : सीयूईटी यूजी में 13 लाख से अधिक और पीजी में साढ़े चार लाख से अधिक आवेदन आए हैं। वहीं बता दें कि सीयूईटी यूजी में उत्तर प्रदेश से ही तीन लाख चालीस हजार से अधिक आवेदन हैं जो का
CUET UG Admission 2024 and Fee Refund : कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (सीयूईटी) 2024 के माध्यम से देश के सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालय समेत 300 से अधिक संस्थानों में प्रवेश मिलेगा। स्नातक स्तर पर सीयूईटी परीक्षा 2024 पूरी हो गई। सीयूईटी के माध्यम से अभ्यर्थी किसी एक ही विश्वविद्यालय में प्रवेश लेगा लेकिन अभ्यर्थी को सीट के लिए चार या पांच विश्वविद्यालयों में पंजीकरण कराना पड़ेगा और सभी विश्वविद्यालयों में शुल्क अलग-अलग है। एक प्रवेश परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को कई विश्वविद्यालयों में रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
सीयूईटी 2024 के माध्यम से पीजी में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जारी है। वहीं सीयूईटी यूजी के लिए कई विश्वविद्यालयों ने रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। सबसे बड़ा संकट आवेदन शुल्क का छात्रों के सामने सबसे बड़ी दुविधा ये है कि पहले सीयूईटी में शामिल होने के आवेदन शुल्क दिया। उसके बाद प्राथमिकता में भरे सभी विश्वविद्यालयों में पंजीकरण कराना होगा। क्योंकि अभ्यर्थी अगर सिर्फ एक ही विश्वविद्यालय में आवेदन करता है और सीट नहीं मिलती है तो प्रवेश मुश्किल में पड़ सकता है।
पंजीकरण शुल्क अलग-अलग वहीं एक से अधिक विश्वविद्यालय में अभ्यर्थी पंजीकरण कराते हैं तो उन्हें प्रवेश तो एक ही विश्वविद्यालय में मिलेगा लेकिन सभी विश्वविद्यालय का पंजीकरण शुल्क देना होगा। विश्वविद्यालयों में पंजीकरण शुल्क 200 रुपए से लेकर आठ सौ रुपए तक हैं। यह राशि कई अभ्यर्थियों के काफी बड़ी है ऐसे में उनके लिए बड़ा संकट है कि वह कैसे पंजीकरण करें जबकि यह भी स्पष्ट नहीं है जहां पंजीकरण कर रहे हैं वहां प्रवेश मिलेगा या नहीं।
शुल्क वापस मिले
सीयूईटी अभ्यर्थियों का मानना है कि यदि केन्द्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया है तो सिर्फ एक ही शुल्क होना चाहिए। यदि अलग-अलग विश्वविद्यालय पंजीकरण शुल्क ले रहे हैं तो प्रवेश नही होने पर पंजीकरण शुल्क वापस करना चाहिए। इस प्रक्रिया में एक छात्र का लगभग चार हजार रुपए सिर्फ विश्वविद्यालयों में पंजीकरण शुल्क के रूप में ही चला जाता है।
यहां प्रवेश मिलेगा
सीयूईटी के माध्यम से लखनऊ में स्थित बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, डा. एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय (एकेटीयू) एवं डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय भी सीयूईटी 2024 प्रवेश प्रक्रिया में शामिल है।
एमए पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया
इसी तरह पांच वर्षीय कार्ययोजना में एमए पाठ्यक्रम में कई तरह के बदलाव को शामिल किया गया है। एमए पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी साहित्य और संस्कृति, भारतीय नवजागरण, भारत की दार्शनिक परंपरा को रखा गया है। पाठ्यक्रम को अखिल भारतीय स्वरूप देने के लिए बांग्ला, तमिल, तेलुगू, मराठी, मलयालम, गुजराती, असमी, कश्मीरी, उर्दू भाषा में रचित महत्वपूर्ण कृतियों को भी शामिल किया गया है। समकालीन अस्मिता विमर्श के तहत दिव्यांग विमर्श, स्त्रत्त्ी विमर्श, दलित विमर्श, आदिवासी विमर्श, किन्नर विमर्श भी पाठ्यक्रम का अंग होगा।