
लखनऊ विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग में प्रोफेसर टीपी पांड्या स्मृति व्याख्यान आयोजित किया गया। वक्ता डॉ. सुनील चंद्र ने पीआरएल माउंट आबू ऑब्जरवेटरी की सुविधाओं और टेलिस्कोप पर चर्चा की। उन्होंने छात्र इंटरनशिप के अवसरों के बारे में बताया और ब्रह्मांड की छह बड़ी घटनाओं का उल्लेख किया।

लखनऊ विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव शुभम खरवार के नेतृत्व में छात्रों ने वोट चोरी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया। छात्रों ने 'वोट चोरी नहीं चलेगी' और 'वोट चोर गद्दी छोड़' जैसे नारे लगाए और विद्यार्थियों से हस्ताक्षर कराए।

लखनऊ, कार्यालय संवाददाता लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय की ओर से रविवार को

लखनऊ विश्वविद्यालय के आईएमएस ने शुक्रवार को बच्चों के यौन अपराधों से संरक्षण पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया। प्रो. अभिषेक तिवारी ने पॉक्सो अधिनियम 2012 पर चर्चा की और सुरक्षा उपायों पर जोर दिया। कार्यक्रम में अंतिम वर्ष के एमबीए छात्रों ने भाग लिया और विशेषज्ञ से कई प्रश्न पूछे।

लखनऊ विश्वविद्यालय के फार्मास्युटिकल साइंसेज़ संस्थान ने कैंसर जागरूकता दिवस मनाया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के कैंसर की रोकथाम, पहचान और धूम्रपान के दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने नियमित जांच और एचपीवी वैक्सीन के महत्व पर जोर दिया। इस अवसर पर कई चिकित्सक और शिक्षाविद उपस्थित थे।

लखनऊ विश्वविद्यालय ने ओडिशा के पहले मुख्यमंत्री डॉ. हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के अवसर पर एक साल तक चलने वाले कार्यक्रमों का आरंभ किया। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस आयोजन के लिए देश के पांच विश्वविद्यालयों का चयन किया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति गोपाबंधु पटनायक ने डॉ. महताब के योगदान की सराहना की।

लखनऊ विश्वविद्यालय ने ओडिशा के पहले मुख्यमंत्री डॉ. हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले समारोहों की शुरुआत की। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त आईएएस गोपाबंधु पटनायक ने डॉ. महताब के जीवन और योगदानों की सराहना की। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. मनुका खन्ना ने उनकी प्रासंगिकता पर जोर दिया।

लखनऊ विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने स्मार्ट निर्माण और नेतृत्व पर संगोष्ठी आयोजित की। इसमें बिल्डिंग इन्फॉर्मेशन मॉडलिंग (बीआईएम) और सीआरआईपी निर्माण के उपयोग की संभावनाएं सामने आईं। डॉ. शिव साई त्रिवेदी ने करियर विकल्पों पर जानकारी दी। विद्यार्थियों को सतत निर्माण तकनीक और डिजिटल मॉडलिंग का ज्ञान प्राप्त हुआ।

लखनऊ विश्वविद्यालय में राजभवन के पीएसओ द्वारा नाट्य प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया। कुलपति प्रोफेसर मनुका खन्ना की अगुवाई में 'जहर नहीं जीवन चुनें', 'एक दिन मोबाइल बिन', और 'रक्षाबंधन का तोहफा' का मंचन किया गया। ये प्रस्तुतियाँ सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए थीं।

लखनऊ के नेशनल पीजी कॉलेज में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। आवेदन की अंतिम तिथि 10 नवंबर है, जबकि लेट फीस के साथ 17 नवंबर तक आवेदन किया जा सकता है। परीक्षा 27 नवंबर को होगी और चयनित अभ्यर्थियों के साक्षात्कार 10 दिसंबर को होंगे। विभिन्न विभागों में सीटें उपलब्ध हैं।