गुरुग्राम-नजफगढ़ रोड बनेगा 6 लेन, सड़क चौड़ीकरण के लिए जल्द होगा जमीन का अधिग्रहण; कितना आएगा खर्च
गुरुग्राम-नजफगढ़ रोड (Gurugram-Najafgarh Road) जल्द ही छह लेन का बनने जा रहा है। दिल्ली हिस्से में नजफगढ़ रोड को छह लेन का बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण पर करीब 53 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा।
गुरुग्राम-नजफगढ़ रोड (Gurugram-Najafgarh Road) जल्द ही छह लेन का बनने जा रहा है। दिल्ली हिस्से में नजफगढ़ रोड को छह लेन का बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण पर करीब 53 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। इसको लेकर करीब 25 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू करने के आदेश दक्षिण-पश्चिम के जिलाधीश को जारी किए हैं।
गुरुग्राम-नजफगढ़ रोड को ऊपरी द्वारका एक्सप्रेसवे बोला जाता है। ये रोड सेक्टर 99ए से शुरू होता है, जो सेक्टर 108-109 की मुख्य सड़क तक जाती है। इसके बाद 1357 मीटर रोड गांव राघोपुर (दिल्ली) हिस्से में है। रोड के इस हिस्से के खत्म होने के पश्चात सेक्टर 114-115 को विभाजित कर रही मुख्य रोड शुरू हो जाती है। इस रोड और दिल्ली बॉर्डर के बीच 381 मीटर लंबी रोड दिल्ली हिस्से में है। गुरुग्राम हिस्से में सड़क की चौड़ाई 75 मीटर में है, जबकि दिल्ली हिस्से में करीब 20 मीटर है। ऐसे में सुबह और शाम के समय दिल्ली हिस्से में यातायात जाम की समस्या बन जाती है।
15 मई को हुई थी बैठक : गत 15 मई को दिल्ली सरकार के शहरी विभाग के विशेष सचिव केएस मीणा की तरफ से जारी दिशा-निर्देश के मुताबिक इस रोड की चौड़ाई बढ़ाने की योजना को लेकर दिल्ली के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। इसमें दिल्ली सरकार के सभी विभागों के अलावा गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण, नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में डीडीए के निदेशक ने कहा था कि द्वारका एक्सप्रेस वे के शुरू होने से इस रोड पर यातायात कम रहेगा। निजी जमीन के साथ-साथ दिल्ली हिस्से में सड़क निकल रही है। ऐसे में जमीन अधिग्रहण की जरूरत होगी। शहरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निदेशक की इस बात पर कहा था कि यातायात दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, ऐसे में इस सड़क की चौड़ाई को बढ़ाना जरूरी हो गया है। इसको लेकर इस सड़क की चौड़ाई बढ़ाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
हरियाणा सरकार को राशि देनी होगी : बैठक में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि इस सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए खर्च होने वाली राशि में हरियाणा सरकार की हिस्सेदारी रहेगी। अभी यह तय नहीं हो सका है कि हरियाणा सरकार को कितनी प्रतिशत राशि देनी होगी।