स्टेशन से वाटर वेडिंग मशीन हटाकर फंसे रेल अधिकारी
टाटानगर स्टेशन पर कई महीने से बंद आठ वाटर वेडिंग मशीन को हटाकर चक्रधरपुर मंडल के रेल अधिकारी फंस गए। मशीन संचालक विकास गुप्ता ने मंडल के डीसीएम सौगत...
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टाटानगर स्टेशन पर कई महीने से बंद आठ वाटर वेडिंग मशीन को हटाकर चक्रधरपुर मंडल के रेल अधिकारी फंस गए। मशीन संचालक विकास गुप्ता ने मंडल के डीसीएम सौगत मित्रा व टाटानगर के सीसीआई अंजनि राय समेत अन्य के खिलाफ रेलवे अदालत में शिकायतवाद दायर कराया था। इससे छानबीन व कार्रवाई का आदेश रेल पुलिस को मिला है। बुधवार को अदालत के आदेश पर रेल थाना के इंस्पेक्टर गुलाम रब्बानी खान ने वाणिज्य रेल अधिकारी व मशीन संचालक से घटना की जानकारी ली।
संचालक के अनुसार रेलवे ने मशीन हटाने का नोटिस नहीं दिया गया। अनियमित ढ़ग से हटाने के कारण लाखों रुपये मूल्य की संपत्ति क्षतिग्रस्त हो गई। टाटानगर में आठ समेत चक्रधरपुर मंडल स्तर पर 19 वाटर वेडिंग मशीन रेलवे की मनमानी के कारण बबार्द हो गया। संचालक के अनुसार उसे चक्रधरपुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर वाटर वेडिंग मशीन लगाने का आदेश दक्षिण पूर्व जोन आईआरसीटीसी से मिला था। इधर, रेलवे वाणिज्य अधिकारी ने रेल पुलिस को बताया कि वाटर वेडिंग मशीन को प्लेटफार्म से प्रावधान के तहत हटाए गए है। पुलिस इंस्पेक्टर के अनुसार शिकायत के आधार पर दोनों पक्ष से घटना की जानकारी ली गई है। मशीन लगाने एवं हटाने संबंधी रेलवे एवं आईआरसीटीसी के आदेश की प्रति मांगी गई है। शिकायतवाद पर जांच रिपोर्ट जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
मार्च से बंद मशीन जून में हटा
जानकार बताते हैं कि टाटानगर स्टेशन पर वाटर वेडिंग मशीन मार्च के तीसरे सप्ताह में लाइसेंस फीस जमा नहीं करने के कारण बंद हुआ था। जिसे चक्रधरपुर रेल मंडल ने जून में प्लेटफार्म से हटाकर पार्सल के पास खाली जगह पर रख दिया, ताकि अन्य संचालक उस जगह पर अपना नया मशीन लगा सके। ठेकेदार के अनुसार राउरकेला में पुलिस केस और चक्रधरपुर मंडल अदालत में भी शिकायतवाद दायर किए हैं।
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