जमीन अधिग्रहण के पेच में फंसा थर्ड लाइन का निर्माण
गालूडीह व राखा मांइस स्टेशन के बीच रेलवे थर्ड लाइन बिछाने में जमीन कम पड़ गई। इससे आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) को पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन...
गालूडीह व राखा मांइस स्टेशन के बीच रेलवे थर्ड लाइन बिछाने में जमीन कम पड़ गई। इससे आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) को पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन की मदद से जमीन अधिग्रहण करना पड़ रहा है।
थर्ड लाइन के लिए घाटशिला अंचल के चंद्ररेखा मौजा में आरवीएनएल के लिए 41 डिसमील जमीन अधिग्रहण होगा, ताकि रेलवे में नई लाइन योजना कार्य प्रभावित न हो। जमीन के बदले रैयतदार को आरवीएनएल से मुआवजा मिलेगा। जानकारी के अनुसार, गालूडीह-राखा मांइस में थर्ड लाइन कार्य में चंद्ररेखा मौजा में दो रैयत की चार-पांच प्लाट आ गए हैं। जमीन अधिग्रहण के बाद आरवीएनएल थर्ड लाइन बिछाने का कार्य युद्धस्तर पर चलाएगा, क्योंकि 26 किमी में थर्ड लाइन का काम जुलाई तक खत्म करने का लक्ष्य है। जबकि आदित्यपुर से टाटानगर के बीच 11 किमी थर्ड लाइन दिसंबर तक बिछने की उम्मीद है। खरकई नदी में पुल तैयार हो गया है। मालूम हो कि आदित्यपुर से टाटानगर होकर हावड़ा तक 132 किलोमीटर (झारखंड में 77 किमी व पश्चिम बंगाल में 55 किमी) थर्ड लाइन बिछाने का काम शुरू है। पूर्वी सिंहभूम के गालूडीह, आसनबनी स्टेशन तक लगभग लाइन बिछाने का काम अंतिम चरण में है। थर्ड लाइन के लिए जहां रेलवे ने जिला प्रशासन की मदद से अतिक्रमण हटाया, वहीं जरूरत के अनुसार पहले भी जमीन अधिग्रहण किया है। गालूडीह व राखामांइस की तरह पश्चिम बंगाल के नीमपुरा, गोकुलपुर एवं हिजली में भी थर्ड लाइन का काम शुरू है। दोनों जगह काम खत्म होते ही चक्रधरपुर और खड़गपुर मंडल बिलासपुर रेलवे जोन की थर्ड लाइन से जुड़ जाएगा। इससे रेलवे को मालगाड़ियों से खनीज व तैयार माल की ढुलाई करने मे सहूलियत होगी और एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन शिड्यूल में सुधार होगा।