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Hindi News उत्तर प्रदेश फतेहपुरआपाधापी में छूट गया था लाल बहादुर शास्त्री का पेन

आपाधापी में छूट गया था लाल बहादुर शास्त्री का पेन

फतेहपुर, कार्यालय संवाददाता 1957 के लोकसभा चुनाव में जवाहर लाल नेहरू का प्रचार करने...

आपाधापी में छूट गया था लाल बहादुर शास्त्री का पेन
हिन्दुस्तान टीम,फतेहपुरWed, 03 Apr 2024 11:15 PM
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फतेहपुर, कार्यालय संवाददाता

1957 के लोकसभा चुनाव में जवाहर लाल नेहरू का प्रचार करने आए लालबहादुर शास्त्री का कीमती पेन छूट गया था। जनसभा समाप्त होने के बाद सभी नेताओं को इलाहाबाद जाना था। तब कीमती पेन को लाल बहादुर शास्त्री को पहुंचाने के लिए कांग्रेसी नेताओं में होड़ लग गई।

शुकदेव इंटर कालेज खागा के मैदान में आयोजित जनसभा में जवाहरलाल नेहरू के साथ लाल बहादुर शास्त्री भी पहुंचे थे। नगर निवासी वयोवृद्ध ओम प्रकाश द्विवेदी बताते हैं कि 1957 की जनसभा में कांग्रेसी नेताओं को सुनने के लिए जबरदस्त भीड़ एकत्र हुई थी। जवाहर लाल नेहरू ने देश की तरक्की व औद्योगिक क्रांति के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था कि वे देश में बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए जुटे हुए हैं। नेहरू जी ने खूब तालियां बंटोरी थीं। इस जनसभा के बाद सभी नेता इलाहाबाद रवाना हो गए। ओम प्रकाश द्विवेदी बताते हैं कि इस दौरान मंच पर आसीन स्थानीय नेता ने लाल बहादुर शास्त्री का पेन जमीन पर पड़ा हुआ देखा। वह पेन को इसलिए पहचान गए क्योंकि उन्होंने शास्त्री जी को इस पेन से मंच पर कुछ लिखते हुए देखा था। जिसका कैप कुछ अलग दिखता था। शास्त्री जी का पेन छूट जाने की बात पल भर में बड़ी खबर बन गई थी।

लोगों में पेन पहुंचाने की लगी होड़

शास्त्री जी से बेहद लगाव रखने वाले कई लोग उनका पेन देने के लिए इलाहाबाद जाने को तैयार हो गए। आखिरकार चौड़ाखेर निवासी रामशंकर श्रीवास्तव लालबहादुर शास्त्री को पेन देने इलाहाबाद गए। बताते हैं कि जब रामशंकर श्रीवास्तव पेन देकर वापस लौटे तो नगर में उनके प्रति लोगों का सम्मान बढ़ गया था। कई वर्षों तक वह इस किस्से को सुनाया करते थे।

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