ट्रेंडिंग न्यूज़

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

Hindi News देशआर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे को मिल गया सेवा विस्तार, इसी महीने होने वाले थे रिटायर

आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे को मिल गया सेवा विस्तार, इसी महीने होने वाले थे रिटायर

रिपोर्ट के मुताबिक, पांडे के रिटायर होने का समय 31 मई, 2024 था जिसे 30 जून तक यानी एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। मालूम हो कि 30 अप्रैल, 2022 को मनोज पांडे को सीओएएस के रूप में नियुक्त किया गया।

आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे को मिल गया सेवा विस्तार, इसी महीने होने वाले थे रिटायर
Niteesh Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीSun, 26 May 2024 06:55 PM
ऐप पर पढ़ें

चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) जनरल मनोज पांडे के कार्यकाल का विस्तार किया गया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आज सेनाध्यक्ष के सेवा विस्तार को मंजूरी दे दी। रिपोर्ट के मुताबिक, पांडे के रिटायर होने का समय 31 मई, 2024 था जिसे 30 जून तक यानी एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। मालूम हो कि 30 अप्रैल, 2022 को मनोज पांडे को सीओएएस के रूप में नियुक्त किया गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय की ओर से रविवार को इसे लेकर विज्ञप्ति जारी की गई। इसमें बताया कि जनरल पांडे 31 मई को सेवानिवृत होने वाले थे लेकिन अब वह 30 जून को सेवानिवृत्त होंगे। विज्ञप्ति में कहा गया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति मामलों की समिति ने सेना नियमों 1954 के नियम 16A (4) के तहत यह निर्णय लिया है। मालूम हो कि जनरल पांडे को दिसंबर 1982 में सेना की इंजीनियर कोर में कमीशन मिला था। सेना प्रमुख बनने से पहले वह सेना उप प्रमुख थे।

वन रैंक, वन पेंशन को लेकर पीएम मोदी का बड़ा बयान
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पहले की सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि काम लटकाने और हक मारने में तो कांग्रेस को महारत हासिल है। इन्होंने हमारी सेना के वीर जवानों को ‘वन रैंक, वन पेंशन’ तक नहीं मिलने दिया। उन्होंने कहा कि सेना के जवानों के लिए ‘वन रैंक, वन पेंशन’ तब लागू हुई, जब मोदी आया। प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को गाजीपुर में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। गाजीपुर को सैनिकों की धरती बताते हुए मोदी ने कहा, ‘गाजीपुर की धरती पराक्रम और शौर्य की गाथाएं बताती है। गाजीपुर की परंपरा और यहां का गमहर गांव... ये नाम ही काफी है, जहां हर घर से जांबाज निकलते हों... ये गौरव गाजीपुर के अलावा किसी को मिला है क्या... पूरा देश इस मिट्टी का ऋणी है।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)