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क्लोरीन गैस रिसाव : दो लोगों की हालत बिगड़ी, चार और अस्पताल पहुंचे

वाराणसी में भेलूपुर स्थित जलकल परिसर में क्लोरीन गैस रिसाव से पीड़ित होने वालों की संख्या नौ हो गई है। मंगलवार सुबह चार लोगों को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पहले से...

क्लोरीन गैस रिसाव : दो लोगों की हालत बिगड़ी, चार और अस्पताल पहुंचे
वाराणसी कार्यालय संवाददाताTue, 07 Jul 2020 07:47 PM
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वाराणसी में भेलूपुर स्थित जलकल परिसर में क्लोरीन गैस रिसाव से पीड़ित होने वालों की संख्या नौ हो गई है। मंगलवार सुबह चार लोगों को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पहले से भर्ती पांच लोगों में दो की हालत बिगड़ गई है। बीएचयू में भर्ती कैलाश प्रसन्ना और लक्ष्मण सोनकर को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। सांस लेने में तकलीफ होने के कारण उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है।

भेलूपुर स्थित जलकल कार्यालय परिसर में सोमवार देर शाम क्लोरीन गैस के रिसाव से पंप हाउस अधीक्षक समेत पांच लोग बेहोश हो गये थे। पंप हाउस के बगल में कबाड़ में रखे सिलेंडर से हुए रिसाव से हादसा हुआ था। कबीरचौरा अस्पताल में अभी दो मरीजों नारायण सोनकर व भरत सोनकर का इलाज चल रहा है। उन्हें गले में जलन और सीने में जकड़न की शिकायत है। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत में सुधार है। हालांकि मंगलवार को भर्ती संगीता, तुहीन, रंजीता व कोनिका वकील को डिस्चार्ज कर दिया गया। 

जलकल के पंप हाउस अधीक्षक आशुतोष यादव डिस्चार्ज प्रक्रिया पूरी किए बिना कबीरचौरा अस्पताल से चले गये। अस्पताल प्रशासन ने रजिस्टर में उनके नाम के आगे ‘एब्सकॉड’ लिख दिया है जिसका मतलब होता है डॉक्टर को बिना बताए मरीज का अस्पताल से चले जाना। आशुतोष यादव को सोमवार रात तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह मंगलवार को जलकल कार्यालय में ड्यूटी पर रहे। हालांकि उनकी तबीयत पूरी तरह ठीक नहीं थी। जलकल जीएम नीरज गौड़ ने बताया कि आशुतोष यादव को देर रात डिस्चार्ज कराया गया था। इस संबंध में कबीरचौरा अस्पताल प्रबंधन से स्थिति स्पष्ट की जाएगी। 

सिलेंडर की पेंदी से लीक हुई क्लोरीन गैस 
भेलूपुर स्थित जलकल परिसर में क्लोरीन गैस का रिसाव सिलेंडर की पेंदी से हुआ था। मंगलवार को नगर आयुक्त की ओर से गठित दो सदस्यीय जांच समिति के निर्देश पर कुएं से निकाले गये सिलेंडर की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ। सोमवार शाम रेस्क्यू टीम ने क्लोरीन गैस के सिलेंडर को कुएं में फेंकवा दिया था। 

जंग लगने के कारण सिलेंडर की परत में छेद हो गया था। जांच के दौरान सिलेंडर में से पीले रंग का पानी निकलता मिला। रातभर पानी में डूबे होने के कारण सिलेंडर में पानी भर गया था। अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार व जल निगम के चीफ इंजीनियर एके पुरवार को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने पंप हाउस के पास कबाड़ में रखे उपकरणों की जांच की। जलकल के जीएम और सचिव से कबाड़ में रखे उपकरणों की जानकारी ली। 

समिति ने जलकल के अधिकारियों को कबाड़ में रखे सामानों की सूची बनाने को कहा है। जांच समिति ने स्टोर का भी निरीक्षण किया। अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि पुराने समय में इस्तेमाल हुए उपकरणों की सूची जलकल से मांगी गई है।