अप्रैल माह से ललित कला अकादमी में खुलेगा विक्रय केंद्र
लखनऊ। ललित कला अकादमी, आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य से कलाकारों की कलाकृतियों के लिए...
लखनऊ। ललित कला अकादमी, आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य से कलाकारों की कलाकृतियों के लिए विक्रय केंद्र खोलेगी। अप्रैल माह से अकादमी में कलाप्रेमी कृतियां खरीद सकेंगे। जिसमें अकादमी द्वारा आयोजित प्रतियोगिता और शिविर की संग्रहित कलाकृतियां शामिल होंगी। अभी तीन माह पहले ऑनलाइन विक्रय केंद्र शुरू किए गए थे। जिसमें करीब 15 लाख की कलाकृतियों को विक्रय किया जा चुका है।
अकादमी के सचिव डॉ यशवंत सिंह राठौर ने बताया कि कोरोना काल के बाद कलाकारों की स्थिति अच्छी नहीं है, ऐसे में अकादमी उन्हें अपनी कृतियों को बेचने के लिए मंच प्रदान कर रही है। इस विक्रय केंद्र में उन कलाकारों को लाभ मिल सकेगा जो अपनी कृतियों को बेच नहीं पाते हैं। इससे कलाकारों को आर्थिक रूप से लाभ मिल सकेगा। शुरुआती दौर में यह केंद्र लखनऊ, मथुरा, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी में खुलेंगे। विक्रय केंद्रों को विस्तारित कर आगे अन्य जनपदों में भी खोला जायेगा।
राज्य ललित कला अकादमी में कलाकारों की कृतियों का डिजीटलीकरण किया गया है। कैटलॉग के माध्यम से कलाकारों की सृजन शैली की विशिष्टताओं व कलाकारों के व्यक्तित्व व जीवनयात्रा को प्रदर्शित किया जा रहा है।