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डेंगू से रेलकर्मी की मौत, 39 और चपेट में

डेंगू घातक होता जा रहा है। डेंगू से एक मरीज की मौत हो गई। मरीज का इलाज केजीएमयू में चल रहा था। लखनऊ में डेंगू से तीसरी मौत है। 39 लोग डेंगू की जद...

डेंगू से रेलकर्मी की मौत, 39 और चपेट में
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 04 Nov 2022 10:10 PM
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डेंगू घातक होता जा रहा है। डेंगू से एक मरीज की मौत हो गई। मरीज का इलाज केजीएमयू में चल रहा था। लखनऊ में डेंगू से तीसरी मौत है। 39 लोग डेंगू की जद में आ गए हैं। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की चिंता बढ़ गई है।

आशियाना स्थित रश्मिखंड-2 निवासी रेलवे में वेल्डर पद पर तैनात रामलाल (58) को कई दिनों से बुखार आ रहा था। स्थानीय डॉक्टरों को दिखाया। इलाज के बावजूद फायदा नहीं हुआ। डॉक्टर की सलाह पर डेंगू की जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई। परिवारीजनों ने मरीज को पहले लोहिया संस्थान में भर्ती कराया था। यहां मरीज को ब्रेन हैमरेज हो गया। संस्थान ने मरीज को केजीएमयू रेफर कर दिया। तबीयत में सुधार न होने पर मरीज को दो नवम्बर को केजीएमयू में भर्ती कराया गया। ट्रॉमा कैजुअल्टी में मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट पर भर्ती किया गया। इलाज के बावजूद मरीज की तबीयत बिगड़ती चली गई। तीन नवम्बर को हालत और भी गंभीर हो गई। देर रात मरीज की मौत हो गई। इलाज संबंधी दस्तावेज में मरीज की मौत की वजह कॉर्डियक अरेस्ट बताया गया है। हालांकि मरीज को डेंगू बुखार की वजह से भर्ती किया गया था।

39 लोग चपेट में

डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। 39 लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं। आलमबाग, ऐशबाग, काकोरी, गोमतीनगर, इंदिरानगर, डालीगंज, फैजुल्लागंज समेत अन्य इलाकों में लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं।

अफसर लाचार

डेंगू की संख्या लगातार बढ़ रही है। अधिकारी डेंगू पर काबू पाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं। अस्पताल डेंगू मरीजों की जानकारी देने में कतरा रहे हैं। हालात यह है कि केजीएमयू तक सीएमओ दफ्तर को जानकारी नहीं दे रहा है। डेंगू से मरीज की मौत की जानकारी एक दिन बीतने के बाद भी नहीं दी। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को डेंगू से मरीज की मौत की जानकारी तक नहीं है।

बेड बढ़ाए

डेंगू और बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए बलरामपुर, सिविल समेत दूसरे अस्पतालों में बेड बढ़ाने की कवायद तेज कर दी है। बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि इमरजेंसी ब्लॉक के भूतल पर दो वार्ड बनाए गए हैं। इनमें 15 बेड बढ़ाए गए हैं। संचालन के लिए छह डॉक्टर, नौ स्टाफ नर्स और छह वार्ड ब्वॉय की ड्यूटी लगाई गई है। सिविल अस्पताल में छह बेड बढ़ाने के लिए निर्देश अफसरों ने दिए हैं।

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