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कोरोना लॉकडाउन में मजदूरों को ट्रेन से ले जाने की कोशिश करने वाला जीआरपी का कॉन्स्टेबल निलंबित

रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि लॉकडाउन के दौरान 26 मार्च को प्रवासी मजदूरों को कथित तौर पर पैसा लेकर एक खाली ट्रेन से उनके शहरों तक छोड़ने की कोशिश करने वाले जीआरपी के एक कॉन्स्टेबल को दिल्ली पुलिस ने...

कोरोना लॉकडाउन में मजदूरों को ट्रेन से ले जाने की कोशिश करने वाला जीआरपी का कॉन्स्टेबल निलंबित
एजेंसी,नई दिल्लीFri, 27 Mar 2020 07:09 PM
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रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि लॉकडाउन के दौरान 26 मार्च को प्रवासी मजदूरों को कथित तौर पर पैसा लेकर एक खाली ट्रेन से उनके शहरों तक छोड़ने की कोशिश करने वाले जीआरपी के एक कॉन्स्टेबल को दिल्ली पुलिस ने निलंबित कर दिया। आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कॉन्स्टेबल ने प्रवासी मजदूरों से यह कहकर पैसे लिए थे कि वह ट्रेन से उन्हें उनके गृहनगर तक पुहंचाने में मदद करेंगे।

रेलवे ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि कांस्टेबल ने गुरुवार को मगध एक्सप्रेस के एक खाली रेक में लगभग 45 लोगों को चढ़ाया। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने कहा कि वे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मेट्रो गेट नंबर एक के पास जीआरपी चौकी पर इकट्ठे हुए। फिर वे निर्माण कार्य के लिए खुली एक जगह से होकर प्लेटफार्म नंबर 16 पर चले गए। जब आरपीएफ कर्मियों ने यह देखा, तो अतिरिक्त बल बुलाया गया और उन सभी को ट्रेन से उतारा गया। ट्रेन अभी भी स्टेशन पर ही खड़ी है।

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कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि उन्होंने (जीआरपी कांस्टेबल) मजदूरों को ट्रेन में चढ़ाने के लिए ठेकेदार से पैसे लिए, लेकिन आरपीएफ के जवानों ने उन्हें देख लिया, जिन्होंने तुरंत उन्हें ट्रेन से उतार दिया। सूत्रों ने बताया कि कॉन्स्टेबल ने परेशान श्रमिकों से 500-500 रुपए लिए थे और उन्हें रेक में भेज दिया। कुमार ने कहा कि नई दिल्ली में जीआरपी थाने के हेड कॉन्स्टेबल सतीश राठी को डीसीपी, रेलवे ने निलंबित कर दिया और 27 मार्च को जीआरपी लाइंस भेज दिया। 

इस मामले में एसएचओ, जीआरपी और आरपीएफ के किसी भी कर्मी के शामिल होने के बारे में पता लगाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि श्रमिकों से उनको इलाहाबाद ले जाने का वादा किया गया था, जहां ट्रेन को कुछ परिचालयन कर्मियों और कर्मचारियों के साथ वापस लौटना था।

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