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मुगल सल्तनत खत्म, लेकिन छाप अभी भी झारखंड में दिख रही : प्रतुल शाहदेव

जनता चुनाव के दौरान रामद्रोहियों को सबक सिखाएगी, आदिवासी-मूलवासी की गाढ़ी कमाई को सरकार डकार...

मुगल सल्तनत खत्म, लेकिन छाप अभी भी झारखंड में दिख रही : प्रतुल शाहदेव
हिन्दुस्तान टीम,रांचीThu, 23 May 2024 07:45 PM
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रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ईडी ने हेमंत सोरेन की जमानत के मुद्दे पर जो पिटिशन सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है, उससे बहुत चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। ऐसा लगता है कि झारखंड में समय थम-सा गया है। मुगल विदा हो गए, लेकिन यहां मुगलिया सल्तनत अभी भी जारी है।
ईडी की पिटीशन के अनुसार जहांपनाह का दरबार लगा करता था। सारे सलाहकार जुटते थे और खजाने को लूटने की योजना बनती थी। उसके बाद सुनियोजित तरीके से खजाने और प्रजा की जमीन की लूट होती थी। यही नहीं जहांपनाह के मातहत काम करने वाले अधिकारियों के यहां भी दरबार लगता था। अधिकारी के प्राइवेट पार्टी का जिक्र भी किया गया है। प्रतुल ने कहा कि जिस आदिवासी-मूलवासी को इन्होंने सत्ता में भागीदारी देने का वादा किया था, उसी की गाढ़ी कमाई को सरकार डकार गई। मौजूदा चंपाई सरकार में भी इस कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। ईडी के पिटीशन में पूरे प्रकरण का जिक्र है, जिसका डिजिटल एविडेंस भी उपलब्ध है।

प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस आज राम भक्त होने का दावा कर रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता ने यह स्पष्ट क्यों नहीं किया कि 2007 में उनकी यूपीए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट कर रामलला को काल्पनिक पात्र और रामायण को काल्पनिक ग्रंथ क्यों बताया था? उसके बाद राम मंदिर के उद्घाटन समारोह का भी उन्होंने बहिष्कार किया था। यह राम विरोधी लोग हैं और जनता इन रामद्रोहियों को सबक सिखाएगी।

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