मिशन अस्पताल का सवा करोड़ बकाया, रेलकर्मी नहीं हो रहे रेफर
खरबों कमाने वाला धनबाद रेल मंडल इन दिनों अपने इंपैनल्ड अस्पतालों का बिल भुगतान नहीं कर पा रहा है। बिल बकाया होने के कारण दुर्गापुर मिशन अस्पताल में...
धनबाद, रविकांत झा
खरबों कमाने वाला धनबाद रेल मंडल इन दिनों अपने इंपैनल्ड अस्पतालों का बिल भुगतान नहीं कर पा रहा है। बिल बकाया होने के कारण दुर्गापुर मिशन अस्पताल में रेलकर्मी और उनके आश्रित इलाज नहीं करा पा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से मंडल रेल अस्पताल के डॉक्टर रेलकर्मी और उनके आश्रितों को मिशन अस्पताल रेफर करने में आनाकानी कर रहे हैं। दबाव के बाद कुछ मरीजों को रेफर किया भी गया तो उन्हें दुर्गापुर मिशन अस्पताल ने भर्ती लेने से हाथ खड़ा कर दिया।
धनबाद रेल मंडल के कर्मचारी और उनके आश्रित के लिए दुर्गापुर मिशन अस्पताल पहली पसंद है। मर्ज बढ़ने पर रेलकर्मी डॉक्टरों से दुर्गापुर मिशन अस्पताल रेफर करने की मांग करते हैं। इन दिनों रेलवे अस्पताल से एक-दो विशेष मामलों को छोड़ दें तो सामान्य मरीज को इलाज के लिए दुर्गापुर मिशन अस्पताल नहीं भेजा गया। बताया जा रहा है कि दुर्गापुर मिशन अस्पताल का करीब एक करोड़ 22 लाख रुपए बाकी है। इस बकाए राशि का भुगतान सितंबर 2022 से ही नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर कई बार पत्रचार भी किया गया, लेकिन भुगतान नहीं हुआ। पिछले कुछ वर्षों में रेलवे से करोड़ों रुपए का बिल ले चुके दुर्गापुर मिशन अस्पताल का भी धैर्य महज 1.22 करोड़ रुपए में ही जवाब दे गया। रेलवे और मिशन अस्पताल के बीच चल रहे जिच का खामियाजा रेलकर्मियों को भुगतना पड़ रहा है।
असर्फी और जालान का भी करोड़ों रुपए बकाया
धनबाद रेल मंडल ने कर्मचारियों, पेंशनर और उनके आश्रितों के इलाज के लिए धनबाद जिले में भी कई निजी अस्पतालों से एमओयू किया है। इन इंपैनल्ड अस्पतालों का भी बिल बकाया है। बताया जा रहा है कि असर्फी अस्पताल का तीन करोड़ रुपए से अधिक रेलवे के पास बाकी है। इसी तरह जालान अस्पताल का भी करीब एक करोड़ रुपए रेलवे ने अपने पास रखा है।
रेलवे ने इन अस्पतालों से किया है करार
रेलकर्मी, उनके आश्रित तथा पेंशनरों को बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर मिशन अस्पताल, असर्फी अस्पताल प्राइवेट लिमिटेड, एशियन जालान सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, पाटलिपुत्रा नर्सिंग होम मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, देवकमल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर रांची व मेदांता हॉस्पिटल रांची में रेफर किया जाता है। जबकि पैथोलॉजी जांच के लिए रेलवे ने मेसर्स बीएसएम क्लीनि लैब डायग्नोस्टिक एंड एमैजिन सेंटर धनबाद और एशियन जालान सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल से करार किया है।