आत्मघाती बम धमाका करने को तैयार थे ISIS के चारों आतंकी, गुजरात ATS ने कैसे दबोचा? पूरी कहानी
गुजरात के डीजीपी विकास सहाय का कहना है कि अहमदाबाद में पकड़े गए चारों आतंकी भारत में बड़े हमले को अंजाम देने आए थे। इन्हें खुफिया जानकारी के आधार पर जाल बिछाकर पकड़ा गया। जानें ऑपरेशन की पूरी कहानी...
गुजरात एटीएस ने एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया है। गुजरात एटीएस ने सोमवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से इस्लामिक स्टेट के चार आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। चारों श्रीलंकाई नागरिक और इस्लामिक स्टेट के आतंकी हैं। गुजरात पुलिस की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, इन चारों आतंकियों को तगड़ी खुफिया जानकारी के बाद एक ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया। गुजरात पुलिस इन आतंकियों से कड़ाई से पूछताछ कर रही है। ऑपरेशन की पूरी कहानी गुजरात डीजीपी की जुबानी...
भारत को दहलाने का मकसद
गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने बताया कि पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि मोहम्मद नुसरत, मोहम्मद नुफरान, मोहम्मद फारिस और मोहम्मद राजदीन नाम के 4 श्रीलंकाई आतंकी हमला करने के इरादे से भारत पहुंचने वाले हैं। गुजरात पुलिस को यह भी पता चला कि चारों प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकी हैं। चारों ISIS की विचारधारा से प्रभावित हैं और आतंकी हमला करने के लिए 18 या 19 मई को रेलवे या फ्लाइट से अहमदाबाद पहुंचने वाले हैं।
श्रीलंका से कराई पुष्टि
इस खुफिया जानकारी के आधार पर गुजरात एटीएस की टीमें बनाई गईं। इन्हें दबोचने के लिए रणनीति बनाई गई। पुलिस की ओर से दक्षिणी राज्यों से आने वाली ट्रेनों और फ्लाइटों की यात्री सूचियों का सघन विश्लेषण किया गया। पाया गया कि चारों एक ही पीएनआर नंबर पर इंडिगो फ्लाइट से चेन्नई से अहमदाबाद आ रहे हैं। इनके बारे में कोलंबो संपर्क साधा गया और खुफिया इनपुट की पुष्टि कराई गई।
पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे आतंकी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि चारों एक पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे और हमला करने भारत आए थे।डीजीपी विकास सहाय ने बताया कि फरवरी 2024 से चारों आतंकी अबू नामक एक व्यक्ति के संपर्क में थे। अबू ISIS आतंकी है और पाकिस्तान में रहता है। चारों सोशल मीडिया के जरिए अबू के संपर्क में थे।
आत्मघाती बम धमाका करने के लिए थे तैयार
आतंकी अबू ने इन सभी को भारत में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए प्रोत्साहित किया। चारों इतने कट्टरपंथी थे कि आत्मघाती बम धमाका करने के लिए भी तैयार हो गए थे।
गोला-बारूद भी बरामद
डीजीपी ने बताया कि पाकिस्तानी अबू ने इन चारों को श्रीलंकाई मुद्रा में 4 लाख रुपये दिए थे। इनके पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इनमें ISIS के साथ उनकी सक्रिय सदस्यता साबित करने वाली तस्वीरें और वीडियो हैं। मोबाइल फोन में अहमदाबाद के पास नाना चिलोदा इलाके की एक तस्वीर थी, जिसमें वह जगह दिखाई दे रही थी, जहां आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए गोला-बारूद छिपाया गया था। उस जगह से पाकिस्तान निर्मित गोला-बारूद बरामद किया गया है। ATS ने पाकिस्तान में बनी तीन पिस्तौल और 20 कारतूस बरामद किए हैं।