छठे चरण की वोटिंग से पहले बंगाल में हिंसा, नंदीग्राम में BJP की महिला कार्यकर्ता की हत्या
पश्चिम बंगाल पुलिस ने 21-22 मई के दौरान पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर में अधिकारी और अन्य भाजपा नेताओं से जुड़े कई लोगों की तलाशी ली। छापेमारी के बाद एक स्थानीय भाजपा नेता को भी गिरफ्तार किया गया।
पश्चिम बंगाल में 25 मई को लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए वोटिंग होगी। इससे ठीक पहले नंदीग्राम से हिंसा की खबरें सामने आई हैं। भारतीय जनता पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। भाजपा ने दावा किया है कि उनके कई कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के द्वारा हमला किया गया। भगवा पार्टी ने गुरुवार को नंदीग्राम में विरोध-प्रदर्शन किया।
टीएमसी ने हिंसा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। ममता बनर्जी की पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की आपसी कलह के कारण यह हत्या हुई है।
हिंसा की खबरें टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी द्वारा विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम का दौरा करने के बाद सामने आई हैं। वह अपनी पार्टी के तमलुक सीट से उम्मीदवार देबांग्शु भट्टाचार्य के लिए वोट मांगने के लिए पहुंचे थे। बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि लोगों के आरक्षण के अधिकार की रक्षा के लिए भाजपा को सत्ता से बाहर करने की जरूरत है।
इस दौरान उन्होंने शुभेंदु अधिकारी के ''गद्दार'' बताते हुए दावा किया कि ईडी और सीबीआई जांच से बचने के लिए वह भाजपा में शामिल हो गए। अभिषेक बनर्जी ने कहा, ''शुभेंदु अधिकारी मेदिनीपुर की इस पवित्र मिट्टी के पुत्र नहीं हो सकते हैं। यह स्वतंत्रता सेनानी सतीश सामंत और अन्य क्रांतिकारियों की धरती है।''
पश्चिम बंगाल पुलिस ने 21-22 मई के दौरान पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर में अधिकारी और अन्य भाजपा नेताओं से जुड़े कई लोगों की तलाशी ली। छापेमारी के बाद एक स्थानीय भाजपा नेता को भी गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया। बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर छठे चरण के मतदान से पहले उसके कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।