ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में उतरे शिक्षक
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों और छात्र-छत्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर विरोध शुरू हो गया...
मऊ। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों और छात्र-छत्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर विरोध शुरू हो गया है। शिक्षकों का कहना है कि सरकार संसाधन उपलब्ध कराए बगैर शिक्षकों पर जबरन नई व्यवस्था थोप रही है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूमा) शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के प्रांतीय आह्वान जिले के सभी खंड शिक्षा कार्यालयों पर शिक्षकों ने प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति बंद करने के लिए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन बीईओ को सौंप आक्रोश जताया।
शुक्रवार को ब्लाक अध्यक्ष घोसी रिजवान अहमद एवं जिलाध्यक्ष डॉ. रामविलास भारती के नेतृत्व में शिक्षकों ने खंड शिक्षा कार्यालय घोसी पर प्रदर्शन करते हुए बीईओ धर्मेंद्र कुमार के प्रतिनिधि अविनाश को ज्ञापन दिया। जिलाध्यक्ष डॉ.रामविलास भारती ने कहा कि शिक्षक सदैव ईमानदारी एवं समर्पित भाव से शासन एवं विभागीय उच्चाधिकारियों के आदेशों का न केवल अक्षरशः पालन करता है। फिर भी शिक्षकों को हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा है। लेकिन अब शिक्षक संघर्ष करने पर मजबूर हो गए हैं। महानिदेशक, स्कूल शिक्षा द्वारा जारी टैबलेट पर ऑनलाइन हाजिरी का आदेश यदि तत्काल निरस्त नहीं किया जाता है तो हम सभी शिक्षक प्रदेशव्यापी आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। शिक्षकों को एक साल में मात्र 14 सांयोगिक अवकाश दिया जाता है। इसके अलावा रविवार और छुट्टी के दिन भी उनसे कई तरह के काम कराए जाते हैं। फिर भी उसके साथ ऐसा तानाशाही रवैया बहुत पीड़ादायक है। हमारे संगठन की मांग है कि शिक्षकों को भी राज्य कर्मचारियों की सुविधाएं दी जाएं और विद्यालय पर ही आवास की व्यवस्था की जाय। जब तक ज्ञापन के अनुसार सभी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है तब तक ऑनलाइन उपस्थिति के आदेशों का बहिष्कार किया जाएगा। इस दौरान अवधेश राय, शाहनवाज खान, रामसिंह, राजेश सिंह, संदीप कुमार, अनुज कुमार, दयाशंकर यादव, डॉ. तेजभान, संजय कुमार, मनीष यादव, राम सिंह, सुदर्शन, जीवन सिंह, पवन सिंह, धर्मेंद्र उपाध्याय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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