टाटानगर की सभी ट्रेनों में वर्ष 2025 तक मिलेंगी ये सुविधायें
टाटानगर स्टेशन से खुलने और गुजरने वाली सभी ट्रेनों में एलएचबी कोच सुविधा शुरू होने में अभी और दो वर्ष लग सकते हैं। उत्कल एक्सप्रेस में एलएचबी कोच...
टाटानगर स्टेशन से खुलने और गुजरने वाली सभी ट्रेनों में एलएचबी कोच सुविधा शुरू होने में अभी और दो वर्ष लग सकते हैं। उत्कल एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने के मुद्दे पर आरटीआई से जमशेदपुर निवासी को रेलवे ने जवाब भेजा है।
मालूम हो कि अभी टाटानगर से गुजरने वाली 15 जोड़ी ट्रेनों में एलएचबी कोच नहीं लगे हैं। लंबी दूरी की सभी 15 जोड़ी ट्रेनें आईसीएफ मॉडल के कोच के साथ पटरी पर दौड़ रही हैं। ऐसे कई यात्रियों ने उत्कल एक्सप्रेस की बदहाली को लेकर रेलवे में ट्वीट भी किया था। जानकार बताते हैं कि एलएचबी कोच आईसीएफ मॉडल की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित और मजबूत है, जिसे तेज स्पीड में चलाने में सहूलियत होगी। वहीं, दुर्घटना होने पर एलएचबी मॉडल के कोच एक-दूसरे पर नहीं चढ़ते हैं। इससे जानमाल का नुकसान कम होता है।
ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाने से सीटों की संख्या भी बढ़ जाती है। आईसीएफ कोच के स्लीपर और थर्ड एसी में 72 सीटें होती हैं, जबकि एलएचबी मॉडल के स्लीपर में 80 एवं थर्ड एसी में 72 सीट की सुविधा है। इससे लंबी दूरी वाली ट्रेनों में ज्यादा यात्रियों को सीटें मिलती हैं।
आईसीएफ कोच वाली ट्रेनें
टाटानगर से छपरा-थावे, टाटानगर-कटिहार, टाटानगर-जम्मूतवी, टाटानगर-गोड्डा, टाटानगर-धनबाद, टाटानगर-आसनसोल, टाटानगर इतवारी व टाटानगर-बिलासपुर एक्सप्रेस में आईसीएफ कोच लगे हैं। जबकि शालीमार-पोरबंदर, शालीमार-ओखा, संतरागाछी-नांदेड़ साहिब, शालीमार-कुर्ला, हावड़ा-अहमदाबाद, हावड़ा-पुणे आजाद हिंद और कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस में आईसीएफ कोच लगकर टाटानगर से गुजरती हैं।