ट्रेन में एसी का टिकट लेकर करते थे यात्रियों का सामान चोरी
टाटानगर आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने सोमवार को ट्रेनों में यात्रियों का सामान चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया...
टाटानगर आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने सोमवार को ट्रेनों में यात्रियों का सामान चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के लोग एसी का टिकट लेकर यात्रा के दौरान लैपटॉप, मोबाइल, बैग व अन्य महंगे सामान की चोरी करते थे। गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने के साथ आरपीएफ व जीआरपी ने चोरी के दो लैपटॉप, पांच मोबाइल और नगद 14 सौ रुपये बरामद किया है। गिरफ्तार लोगों में गिरोह का सरगना नूर मोहम्मद अंसारी बोकारो पीड़लाजोड़ी समेत उसका भांजा इरफान अंसारी एवं चोरी का लैपटॉप व मोबाइल खरीदने वाला दुकानदार अश्वनी कुमार दास चंदनकियारी शामिल हैं।
मंगलवार को प्रेस वार्ता कर आरपीएफ इंस्पेक्टर एसके तिवारी व जीआरपी दारोगा जेके रजवार ने यह जानकारी दी। इधर, पूछताछ में सामने आया कि नूर मोहम्मद अंसारी ने बोकारो चंदनकियारी निवासी अश्विनी कुमार दास को तीन मोबाइल और लैपटॉप बेचा था, जबकि भांजा इरफान अंसारी को एप्पल का लैपटॉप दिया था। दोनों के पास से लैपटॉप व मोबाइल बरामद हो गया। आरपीएफ के अनुसार, तीनों के पास से करीब सवा तीन लाख रुपये के चोरी के सामान बरामद हुए हैं। तीनों को रेल थाने से जेल भेज दिया गया है। आरपीएफ के अनुसार, नूर मोहम्मद ट्रेन यात्रा के दौरान चकमा देकर लोगों के महंगे सामान चोरी की घटना को अंजाम देता रहा है। इससे पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है।
ये है मामला
हावड़ा-हटिया ट्रेन के एम वन कोच से 10 जुलाई को रांची नामकुम निवासी नीतीश कुमार का बैग चोरी हुआ था। उन्होंने रांची जीआरपी में अज्ञात के खिलाफ करीब सवा दो लाख की संपत्ति चोरी का केस दर्ज कराया था, जो कार्रवाई व जांच के लिए टाटानगर रेल थाने में आया था। इसके बाद 16 जुलाई को टाटानगर स्टेशन के सेकेंड क्लास वेटिंग हॉल से भी एक यात्री का मोबाइल चोरी हुआ था। सीसीटीवी में दोनों घटना को एक व्यक्ति द्वारा अंजाम देने की पुष्टि हुई।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
टाटानगर में एफआईआर आने पर आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने कई बार स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इससे आरोपी की शिनाख्त पीड़ित नीतीश कुमार के साथ एसी कोच में यात्रा कर बोकारो निवासी नूर मोहम्मद के रूप में हुई। आरक्षित टिकट फॉर्म से उसका मोबाइल नंबर आरपीएफ ने निकलवाया व लोकेशन के तहत छापेमारी कर बोकारो से 16 जुलाई को धर दबोचा। पूछताछ में उसने भांजे और दुकानदार के बारे में जानकारी दी।