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बिना स्टॉपेज वाले स्टेशनों पर भी रोके ट्रेंन, स्टॉल खुलवाएं

फॉग सेफ्टी डिवाइस, कवच समेत कई इंतजाम पर रेलवे ने करोड़ों रुपये खर्च किए लेकिन कोहरे का कहर यूं रहा कि हर इंतजाम फेल हो गए। कोहरे की सफेद चादर ने...

बिना स्टॉपेज वाले स्टेशनों पर भी रोके ट्रेंन, स्टॉल खुलवाएं
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराजWed, 17 Jan 2024 11:15 AM
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प्रयागराज। फॉग सेफ्टी डिवाइस, कवच समेत कई इंतजाम पर रेलवे ने करोड़ों रुपये खर्च किए लेकिन कोहरे का कहर यूं रहा कि हर इंतजाम फेल हो गए। कोहरे की सफेद चादर ने पटरी पर दौड़ती ट्रेनों को थाम दिया। उत्तर मध्य रेलवे की 60 से अधिक ट्रेनें कोहरे की वजह से फरवरी तक निरस्त हैं। जो चल रहीं हैं वह कोहरे की वजह से बिन रफ्तार के हैं। राजधानी, सुपरफास्ट, वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें 20 घंटे तक लेट हो रही हैं। आठ घंटे का सफर 24 घंटे से ऊपर पहुंच जाने पर यात्रियों की फजीहत हो रही है। हर रूट पर यात्री बेहाल हैं। रेलवे को भी इसका अंदाजा है। कड़ाके की ठंड और कोहरे का कहर देखते हुए रेलवे की ओर से यात्रियों की सहूलियत के इंतजाम बढ़ाए जा रे हैं। रेलवे प्रयागराज मंडल के डीआरएम हिमांशु बडोनी ने रेलवे अफसरों को निर्देश दिया है कि ट्रेन लेट होती गई यह कहकर पल्ला नहीं झाड़ा जा सकता। लोको पायलट जरूरत पर उन छोटे स्टेशनों पर भी अहम ट्रेनें रोक दें जहां स्टॉपेज न हो। ऐसा यात्रियों के खान, पान को निगाह में रखकर किया जाए। जिन ट्रेनों में पेंट्रीकार नहीं है, उन गाड़ियों के पांच घंटे से अधिक लेट होने पर उन्हें छोटे स्टेशन पर रोकें और स्टेशन अधीक्षक यात्रियों के खाने, पीने, नाश्ते आदि का इंतजाम देखें। ऐसा रात में स्टॉल खुलवा कर किया जाए। वेंडरों का इंतजाम गाड़ी पहुंचने से पहले हो ताकि यात्री खाने का सामान और पानी खरीद सकें। रेलवे की तरफ से निर्देश दिया गया है कि ट्रेनों को आउटर पर खड़ी करने के बजाय स्टेशनों पर रोकें और कंट्रोल को सूचित कर दें। इसके बाद जिम्मेदार अधिकारी यात्रियों की सुरक्षा के इंतजाम के साथ उनकी जरूरत देखें। खाना, नाश्ता, चाय, पानी के साथ दवाएं आदि की जरूरत पूरी की जाए। जिन ट्रेनों में पेंट्रीकार है वह ज्यादा लेट है तो उनके लिए भी इंतजाम हो। पेंट्रीकार वाले प्रतिदिन के हिसाब से ज्यादा खाद्य सामग्री लेकर चलें।

ट्रेनों के लेट होने पर यात्रियों को खाने, पानी की परेशानी न हो इसलिए अधिकारियों से कहा गया है कि वह छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों को स्टॉपेज देकर इंतजाम कराएं। जिन ट्रेनों में पेंट्री कार नहीं है उनके लिए स्टेशन अधीक्षक स्टॉल खुलवाएं।

-हिमांशु बडोनी मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मंडल

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