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Hindi News झारखंड चक्रधरपुररेलकर्मी के लिए जानलेवा साबित हुई एडीआरएम कार्यालय के मुख्य गेट को बंद करना,जाने क्या है मामला?

रेलकर्मी के लिए जानलेवा साबित हुई एडीआरएम कार्यालय के मुख्य गेट को बंद करना,जाने क्या है मामला?

चक्रधरपुर। आखिरकार चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय के एडीआरएम मुख्य गेट के बंद रहने से...

रेलकर्मी के लिए जानलेवा साबित हुई एडीआरएम कार्यालय के मुख्य गेट को बंद करना,जाने क्या है मामला?
हिन्दुस्तान टीम,चक्रधरपुरTue, 11 Oct 2022 11:50 AM
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चक्रधरपुर। आखिरकार चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय के एडीआरएम मुख्य गेट के बंद रहने से एक रेलकर्मी की सोमवार को जान चली गयी। इस गेट के बंद रहने से काम के दौरान बीमार पड़े रेलकर्मी को अस्पताल तक ले जाने में ऐसी देर हुई कि रेलकर्मी की बीच रास्ते में ही मौत हो गयी। सही समय पर रेलकर्मी को इलाज मिल पाता तो उसकी जान बच सकती थी।चक्रधरपुर रेल मंडल के मुख्यालय में एकाउंट्स विभाग में सोमवार शाम 6:00 बजे यह दुखद घटना घटी। विभाग में कार्यरत एसओ सेममरोन टोपनो की कार्यालय से निकलने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। यह घटना एकाउंट्स विभाग के कार्यालय में घटी। बताया जा रहा है कि चक्रधरपुर अकाउंटस विभाग में कार्यरत सेममरोन टोपनो सोमवार को अपने कार्यालय में काम कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत खराब होने लगी। उन्होंने अपने सहकर्मियों को कहा कि उनकी तबीयत अच्छी नहीं है इसलिए इसलिए वे घर लौट रहे हैं।इतना कहते ही जैसे ही उन्होंने अपनी कुर्सी से उठकर बाहर निकलने की कोशिश की वे धड़ाम से ऑफिस कार्यालय में ही गिर गए। बदहवास होकर उनके गिरने के बाद उनके सहकर्मी उन्हें उठाने के लिए दौड़े। जिसके बाद उन्होंने पाया कि सेममरोन टोपनो बेहोश हो गए हैं और उनके शरीर पर कोई हलचल नहीं है। कर्मचारियों ने सेममरोन टोपनो को बेहोश हालत में इलाज के लिए चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद बताया कि सेमरोन टोपनो की मौत हो गई है। थोड़ा जल्दी लाया जाता तो उनकी जान बच सकती थी।इस घटना के बाद रेल कर्मचारियों ने रेलवे द्वारा बंद किए गए एडीआरएम कार्यालय के मुख्य द्वार को बंद किए जाने का भारी विरोध किया। रेल कर्मचारियों का कहना है कि बंद गेट के कारण रेल कर्मी को सही समय पर अस्पताल नहीं ले जाया जा सका। जिसके कारण रेलकर्मी की कार्यालय में ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अगर सही समय पर रेलकर्मी को इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच जाती। रेल कर्मियों ने एडीआरएम गेट को जल्द से जल्द खोलने की मांग की है। अब इस मुख्य गेट के बंद रहने से अब कर्मचारियों की जान भी जाने लगी है।मालूम रहे मंडल के डीआरएम विजय कुमार साहू ने मंडल में पदभार ग्रहण करने के बाद इस गेट को बंद कर दिया था। इस घटना पर साउथ ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस ने गहरी संवेदना प्रकट की है। मेंस कांग्रेस ने इस घटना को काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। साथ ही कहा है कि रेल कर्मचारियों को बीमार होने पर सही समय पर इलाज नहीं मिल पाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने इस घटना की निंदा की है और रेलवे से जल्द से जल्द गेट खोलने की मांग की है। मेंस कांग्रेस के द्वारा यह भी कहा गया है कि पीड़ित परिवार को रेलवे द्वारा जो भी सहयोग व सुविधा दी जानी है उसके लिए संगठन निरंतर प्रयास करेगा। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से भी मांग की है कि मृतक रेलकर्मी को जल्द से जल्द सहयोग प्रदान की जाए। मेंस कांग्रेस इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।

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