व्यास घाटी के सात गांवों ने किया लोस चुनाव के बहिष्कार का ऐलान
व्यास जनजाति संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजन नबियाल की अध्यक्षता में सात ग्रामसभा की बैठक हुई। इस पर व्यास घाटी के सातों ग्राम सभाओं ने लोकसभा चुनाव का...
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व्यास जनजाति संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजन नबियाल की अध्यक्षता में सात ग्रामसभा की बैठक हुई। इस पर व्यास घाटी के सातों ग्राम सभाओं ने लोकसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
सोमवार को हुई बैठक में नाबी मिलनघर में हेली यात्रा से पर्यावरण को होने वाले दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई। इसमें व्यास घाटी के सात ग्रामसभा बुदी, गर्बयांग, नपलच्यु, गुंजी, नाबी, रोंगकोंग और कुटी के ग्रामीण शामिल रहे। व्यास जनजाति संघर्ष समिति अध्यक्ष नबियाल ने कहा कि पूर्व में भी ग्रामीणों की ओर से शासन स्तर पर हेली सेवा के विरोध में ज्ञापन भी दिया जा चुका है। जिस पर शासन ने कोई सुध नहीं ली। बैठक में वक्ताओं ने माइग्रेशन से पूर्व बिना मंदिर के कपाट खुले शुरू की गई आदि कैलास यात्रा को धार्मिक मान्यताओं के विपरीत बताया। बैठक में सातों ग्राम सभाओं के प्रधान, सरपंच, जनजाति संघर्ष समिति महासचिव गजेंद्र गुंज्याल, उपाध्यक्ष धीरेंद्र बुदियाल, निहारिका, भागीरथी गर्ब्याल, मालती गर्ब्याल, लक्मन कुटियाल, सचिव अर्चना गुंज्याल, हरीश कुटियाल, बिरेन्द्र कुटियाल, मदन नबियाल, कुसल नपलच्याल, आदि कैलास मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष पुनीत कुटियाल, टैक्सी यूनियन अध्यक्ष प्रवेश नबियाल मौजूद रहे।
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