स्टेशन का नाम ओलचिकी लिपि में लिखने की मांग
आल इंडिया सरना धर्म चेमेत आसड़ा शाखा कांड्रापाडा की ओर से डीआरएम खड़गपुर के नाम एक मांग पत्र स्टेशन प्रबंधक धालभूमगढ़ को सौंपा। मांग पत्र में संताली...
धालभूमगढ़। संवाददाता
आल इंडिया सरना धर्म चेमेत आसड़ा शाखा कांड्रापाडा की ओर से डीआरएम खड़गपुर के नाम एक मांग पत्र स्टेशन प्रबंधक धालभूमगढ़ को सौंपा। मांग पत्र में संताली भाषा ओलचिकी लिपि में धालभूमगढ़ स्टेशन के सूचना पट में धालभूमगढ़ का नाम ओलचिकी में लिखने की मांग की है। मांग सौंपते समय आसड़ा के अध्यक्ष दुखी राम मांडी, सचिव दासमत हांसदा, सालखान हांसदा, मंगल हेंब्रम, श्याम चरण हेंब्रम, गणेश मुर्मू आदि ने बताया कि इस क्षेत्र के संताली भाषाओं के लोगों धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन के माध्यम से आना-जाना होता है। कहा कि धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन में रेल पथ आवागमन एवं सौंदर्यीकरण रेलवे द्वारा बेहतरीन ढंग से किया गया। इसका स्वागत करते हैं। मांग पत्र के माध्यम से डीआरएम खड़गपुर का ध्यान आकृष्ट कराना चाहते हैं कि हमारी संस्कृति, भाषा एवं आदिवासी समुदाय की बहुलता यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए ओलचिकी लिपि में सूचना पट एवं स्टेशन का नाम अविलंब अंकित किया जाए। रेलवे स्टेशन के दक्षिण के प्लटफार्म नंबर छह के बाद फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाए, ताकि उस क्षेत्र के लोगों को सुविधा हो सके। इसके अलावा स्टेशन में लगे शहीदों की मूर्तियों को पारंपरिक हथियार के साथ पूर्ण किया जाए तथा उनका नाम उल्लेख किया जाए।