सुखरो नदी पर बने रेलवे पुल का पिलर बहा, यातायात बाधित
यूपी-उत्तराखंड सीमा पर स्थित नजीबाबाद-कोटद्वार रेलवे लाइन पर बने पुल का पिलर पानी में बह गया। कोटद्वार जाने वाली मंसूरी एक्सप्रेस के जाने से पहले इसकी जानकारी मिलने से बड़ा हादसा होने से टल...
यूपी-उत्तराखंड सीमा पर स्थित नजीबाबाद-कोटद्वार रेलवे लाइन पर बने पुल का पिलर पानी में बह गया। कोटद्वार जाने वाली मंसूरी एक्सप्रेस के जाने से पहले इसकी जानकारी मिलने से बड़ा हादसा होने से टल गया। फिलहाल इस रूट पर यातायात पूर्णत: रोक दिया गया है। आला अफसर मौका-मुआयना कर रहे है।
सुखरो नदी नजीबाबाद और कोटद्वार के बीच यूपी और उत्तराखंड का सीमा विभाजन करती है। शुक्रवार रात से हो रही तेज बारिश के चलते इस नदी पर बने रेलवे पुल का एक पिलर रात में किसी समय बह गया। समय रहते इसकी जानकारी रेलवे प्रशासन को मिल गई। उस समय दिल्ली से चलकर कोटद्वार जाने वाली मंसूरी लिंक एक्सप्रेस नजीबाबाद रेलवे स्टेशन से चलने वाली थी।
जानकारी मिलने पर मंसूरी लिंक एक्सप्रेस को नजीबाबाद में ही रोक लिया गया। शनिवार के लिए पुल पर यातायात रोक दिया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार दिन में दिल्ली से आने वाली गढ़वाल एक्सप्रेस को नजीबाबाद से संचालित किया जाएगा। बाकी पैसेंजर ट्रेन शनिवार के लिए बाधित रहेगी। मुरादाबाद रेलवे के डीआरएम मौका-मुआयना करने के लिए जा रहे है।
अवैध खनन तो नहीं बना पिलर बहने का कारण
सुखरो नदी में लंबे समय से अवैध खनन चल रहा है। नदी में गहरे गड्ढे कर रेत निकाला जा रहा था। लेकिन, प्रशासन सारी स्थिति से आंखें मूंदे हुए बैठा था। नदी में गड्ढों के चलते पुल पर असर पड़ा। नदी में पानी आने पर दशकों पुराना पिलर रेत की मानिंद बह गया।