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कज्जाकपुरा आरओबी: तीन साल में 25 फीसदी हुआ काम

कज्जाकपुरा आरओबी (रेल ओवरब्रिज) का काम तीन साल में महज 25 फीसदी हो सका है। इसकी राह में कहीं बिजली के तार, सीवर व पाइपलाइन तो कहीं मकान बाधा बन रहे...

कज्जाकपुरा आरओबी: तीन साल में 25 फीसदी हुआ काम
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीFri, 11 Nov 2022 02:00 AM
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वाराणसी, संवाददाता।

कज्जाकपुरा आरओबी (रेल ओवरब्रिज) का काम तीन साल में महज 25 फीसदी हो सका है। इसकी राह में कहीं बिजली के तार, सीवर व पाइपलाइन तो कहीं मकान बाधा बन रहे हैं। इस वजह से निर्माण की मियाद मार्च- 2024 तक बढ़ा दी गई है।

भीषण जाम की समस्या को देखते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सुझाव पर कज्जाकपुरा क्रासिंग पर 1.44 करोड़ की लागत 1355.51 मीटर लंबा आरओबी स्वीकृत किया गया था। इसका निर्माण सितम्बर 2019 में शुरू हुआ था। इसे पूरा करने की मियाद इस साल 30 जून को बीत गई।

काम शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने चौकाघाट की ओर आठ पिलर ढाल दिए और रैंप बना दिया, लेकिन सरैयां की ओर से जाने वाले रास्ते पर भूमिगत सीवर व पेयजल पाइपलाइन और बिजली के तार बाधा बन गए। इनकी शिफ्टिंग के लिए सेतु निगम ने बिजली विभाग को 19 करोड़, जलनिगम (गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई) को 4.73 करोड़ और जलकल को 63 लाख (कुल 24.36 करोड़ रुपये) दिए लेकिन साल भर से ज्यादा समय तक विभागीय सामंजस्य नहीं होने से शिफ्टिंग का काम नहीं शुरू हो पाया। वहीं, कुछ जगहों पर मकानों की वजह से आरओबी की डिजाइन में आंशिक बदलाव भी किया गया।

दूसरे छोर पर हो रही पाइलिंग

कज्जाकपुरा रेलवे क्रॉसिंग के दूसरे छोर पर 26 पिलर बनाए जाने हैं। इस समय सेतु निगम पाइलिंग (पिलर का फाउंडेशन कार्य) करवा रहा है। अभी तक छह पिलरों की पाइलिंग हो सकी है। इधर, बिजली विभाग ने भी तारों को शिफ्ट करना शुरू कर दिया है।

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