समूह की महिलाओं का जीवन गुलजार करेगा फूलों का गुलदस्ता
अमेठी। संवाददाता फूलों का गुलदस्ता स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की जिंदगी को...
अमेठी। संवाददाता
फूलों का गुलदस्ता स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की जिंदगी को गुलजार करेगा। जिले के चारों तहसीलों में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं फूलों के गुलदस्ते बनाएंगी। गुलदस्तों की बिक्री के लिए उन्हें बाजार उपलब्ध कराई जाएगी। गुलदस्तो की बिक्री कर महिलाएं आर्थिक स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ेंगी।
विभिन्न कार्यक्रमों में फूलों के बुके देने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लगभग सभी प्रमुख बाजारों में फूलों के बुके की दुकान खुली हुई है। जहां पर दुकाने नहीं है वहां जिला मुख्यालय से या फिर पड़ोसी जनपदों से बुके लाना पड़ता है। एक बुके की कीमत भी बाजार में 200 से लेकर 500 रुपये तक है। सीडीओ ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बुके बनाने का प्रशिक्षण दिलवाकर उन्हें बुके बनाने के काम में लगाने की योजना तैयार की है। पहले चरण में प्रत्येक तहसील से दो-दो स्वयं सहायता समूह को चयनित किया गया है। यानी आठ स्वयं सहायता समूह से जुड़ी लगभग 100 महिलाएं बुके बनाने का कार्य करेंगी। चुनावी माहौल के चलते इन महिलाओं द्वारा बनाए गए बुके की बिक्री भी तेज होने की संभावना है।
जिले में समूहों का हाल
कुल समूह 9215
समूह से जुड़ी महिलाएं 1,01315
हर गांव में बीसी सखी बनेंगी
डीसी एनआरएलएम प्रवीणा शुक्ला ने बताया कि जिले के 88 गांवो में बीसी सखी बनकर महिलाएं बिजली का बिल जमा कर रही हैं। अब सभी 682 ग्राम पंचायत में बीसी सखी बनाने की योजना पर काम हो रहा है। सभी गांव में महिलाएं मीटर रीडिंग और बिल देने का काम करेंगी।
कोट
विभिन्न कार्यक्रमों में बुके की आवश्यकता पड़ती है। समूह की महिलाओं को बुके बनाने का प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है। इससे उन्हें आर्थिक लाभ होगा।
सूरज पटेल
सीडीओ, अमेठी