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Hindi News NCRकर्ज में डूबा था परिवार, 11 साल के बच्चे को किडनैप करके मांगे 6 लाख; दिल्ली पुलिस ने मासूम की यूं बचाई जान

कर्ज में डूबा था परिवार, 11 साल के बच्चे को किडनैप करके मांगे 6 लाख; दिल्ली पुलिस ने मासूम की यूं बचाई जान

दिल्ली पुलिस ने किडनैपर्स के चंगुल से 11 साल के बच्चे को सकुशल छुड़ा लिया है। स्पेशल स्टाफ ने अपहृत बच्चे को बरामद कर दंपति समेत तीन आरोपियों को गुरुवार को पीलीभीत से गिरफ्तार किया।

कर्ज में डूबा था परिवार, 11 साल के बच्चे को किडनैप करके मांगे 6 लाख; दिल्ली पुलिस ने मासूम की यूं बचाई जान
Sneha Baluniहिन्दुस्तान,नई दिल्लीSat, 25 May 2024 06:24 AM
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उत्तर पश्चिम जिला स्पेशल स्टाफ ने अपहृत बच्चे को बरामद कर दंपति समेत तीन आरोपियों को गुरुवार को पीलीभीत से गिरफ्तार कर लिया है। कर्ज में डूबे आरोपियों ने छह लाख रुपये की फिरौती वसूलने के लिए अपहरण किया था। डीसीपी जितेंद्र कुमार मीना ने बताया कि जहांगीरपुरी निवासी ओमपाल का 11 साल का बेटा शनिवार को लापता हो गया था। दो दिन खोजबीन के बाद कोई सुराग नहीं मिला तो पीड़ित परिवार ने सोमवार को शिकायत दी थी। 

पुलिस अपहरण की धारा में केस दर्ज कर फुटेज खंगाल रही थी। इसी दौरान पीड़ित को फोन पर किसी ने बच्चे को छोड़ने के लिए छह लाख रुपये की फिरौती मांगी। इसके बाद एफआईआर में फिरौती के लिए अपहरण करने की धाराएं जुड़ गईं। स्पेशल स्टाफ प्रभारी इंस्पेक्टर सोमवीर सिंह की टीम को जांच सौंपी। हेडकांस्टेबल सोमवीर ने टेक्निकल सर्विलांस से फिरौती मांगने वाले फोन की लोकेशन का ठिकाना पीलीभीत में ढूंढ़ निकाला। यह नंबर किसी फैक्टरी के कर्मचारी का था, जो चोरी हो गया था। 

सोमवीर ने सिम कार्ड की डिटेल्स खंगालनी जारी रखी। इस दौरान मालूम हुआ कि सिम कार्ड कुछ समय के लिए एक मोबाइल फोन में लगाया गया था। फिर इस फोन के जरिए दूसरा नंबर मिला, जो जहांगीरपुरी इलाके में जूस बेचने वाले विक्रम का था। वारदात के बाद से विक्रम गायब था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फोन नंबर की लोकेशन पीलीभीत के बिसालपुर गांव में मिली। टीम ने विक्रम, पत्नी नमिता और नौकर अतुल को दबोच लिया।

आरोपी ने जन्मदिन के बहाने बुलाया था

विक्रम ने बताया कि वह कर्ज में डूबा हुआ था। इसलिए उसने नौकर के साथ मिलकर अपहरण की योजना तैयार बनाई थी। चूंकि वह बच्चे को जानता था, इसलिए शनिवार को जन्मदिन के बहाने उसे घर पर बुलाया। नमिता ने नशीला पदार्थ जूस में मिलाकर बच्चे को पिला दिया। बच्चा बेहोश होने पर विक्रम और अतुल बाइक पर उसे पीलीभीत ले गए। वे फिरौती लेने के बाद बच्चे की हत्या करने की योजना बना रहे थे।