NIA के छापेमारी से मुंबई में टूटेगी D-कंपनी की कमर? छोटा शकील का साढ़ू भी धराया
टाइगर मेमन आतंकी फंड जुटाने के लिए अनधिकृत रूप से प्रमुख संपत्ति के अधिग्रहण में शामिल है। लश्कर-ए-तैयबा सहित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अल कायदा के साथ सक्रिय सहयोग में काम कर रहा।
इस खबर को सुनें
एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को गैंगस्टर छोटा शकील के गुर्गे और उसके साढ़ू सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट और मुंबई के प्रसिद्ध हाजी अली दरगाह के ट्रस्टी को हिरासत में ले लिया है। एनआईए ने इस दौरान डी कंपनी (दाऊद गिरोह) के 29 ठिकानों पर छापेमारी की है।
फरवरी में दर्ज मामलों के आधार पर मुंबई कमिश्नरी में 24 स्थानों और मीरा रोड भयंदर कमिश्नरी में पांच स्थानों पर छापेमारी की गई। जांच एजेंसी ने बताया कि मामला एनआईए द्वारा 3 फरवरी को स्वत: दर्ज किया गया था। इसमें बोरीवली स्थित बुकी से बिल्डर बने अजय गोसैला के आवास में भी तलाशी ली। मामला डी-कंपनी के अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क की आतंकी व आपराधिक गतिविधियों से संबंधित है।
एनआईए का मुताबिक, इन गतिविधियों में दाऊद इब्राहिम कास्कर और उसके सहयोगी शामिल हैं। इनमें हाजी अनीस उर्फ अनीस इब्राहिम शेख, शकील शेख उर्फ छोटा शकील, जावेद पटेल उर्फ जावेद चिकना और इब्राहिम मुश्ताक अब्दुल रज्जाक शामिल हैं। इसके अलावा टाइगर मेमन, जो हथियारों की तस्करी, नार्को आतंकवाद, हवाला कारोबार (मनी लॉन्ड्रिंग) जाली नोट (एफआईसीएन) के प्रसार में लिप्त है।
टाइगर मेमन आतंकी फंड जुटाने के लिए अनधिकृत रूप से प्रमुख संपत्ति के अधिग्रहण में शामिल है। लश्कर-ए-तैयबा सहित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अल कायदा के साथ सक्रिय सहयोग में काम कर रहा है।
एनआईए ने बताया कि दाऊद इब्राहिम के संदिग्ध सहयोगियों के परिसरों में सोमवार को की गई तलाशी के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, अचल संपत्ति में निवेश के दस्तावेज, नकदी और आग्नेयास्त्रों सहित विभिन्न आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। मामले में आगे की जांच जारी है।