सेंसेक्स का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंचने के 5 कारण
- Sensex Market Cap:
दुनिया के पांचवें सबसे बड़े भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को नई ऊंचाई हासिल की। बीएसई सेंसेक्स का कुल मार्केट कैप पहली बार पांच ट्रिलियन (5 लाख करोड़) डॉलर पर पहुंच गया है। यानी सेंसेक्स पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 414.46 लाख करोड़ को पार कर गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह आंकड़ा भारतीय शेयर मार्केट में जोरदार तेजी को दिखाता है।
6 माह में एक लाख करोड़ डॉलर की तेजी
बीएसई का कुल मार्केट कैप दिसंबर 2023 में चार लाख करोड़ डॉलर पर पहुंचा था। इसके बाद केवल छह महीनों में ही इसने पांच लाख करोड़ डॉलर का स्तर छू लिया है। इस अवधि में मार्केट कैप में 25 फीसद का जोरदार उछाल आया है। इससे पहले मई 2007 में कंपनियों का कुल मार्केट कैप एक लाख करोड़ डॉलर पहुंचा था, जो एक दशक में दोगुनी होकर जुलाई 2017 में दो लाख करोड़ डॉलर हो गया। फिर मई 2021 में तीन लाख करोड़ डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
उछाल की 5 बड़ी वजहें
1. भारत की जीडीपी वृद्धि दर में लगातार तेजी का अनुमान
2. देश में निर्माण और सेवा क्षेत्र में तेजी कायम
3. घरेलू मांग में जबरदस्त इजाफे से कारोबारी मुनाफा बढ़ा
4. देश में कारोबारी सुगमता बढ़ी, जिससे निवेशक आकर्षित हुए
5. अमेरिकी फेडरल द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत से बाजारों में तेजी का रुख
इस साल दो प्रतिशत से ज्यादा चढ़ा सेंसेक्स
शेयर बाजार में पिछले कुछ महीनों से तेजी का दौर चल रहा है। वर्ष 2024 में ही अब तक बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,713.05 अंक यानी 2.37 प्रतिशत तक चढ़ चुका है। इस दौरान नौ अप्रैल को सेंसेक्स ने 75,124.28 अंक का अबतक का उच्चतम स्तर भी छुआ था। सेंसेक्स और निफ्टी ने निवेशकों को बंपर कमाई कराई है। वित्त वर्ष 2024 में सेंसेक्स ने 24.85% और निफ्टी ने 28.61% का रिटर्न दिया है।
दुनिया के शीर्ष बाजारों का पूंजीकरण
अमेरिका : 55.65
चीन : 9.4
जापान : 6.42
हॉन्गकांग : 5.47
भारत : 5.0
(आंकड़े लाख करोड़ डॉलर में)
नए तरीके से होगी मार्केट कैप की गणना
सेबी ने सूचीबद्धता दायित्व और खुलासा आवश्यकता (एलओडीआर) नियमों के तहत सूचीबद्ध कंपनियों के मार्केट कैप (मार्केट कैप) की गणना के तरीके को बदल दिया है। एक दिन (वर्तमान में 31 मार्च) के मार्केट कैप का उपयोग करने के बजाय सूचीबद्ध कंपनियां अब छह महीने की अवधि के लिए 'औसत मार्केट कैप' का उपयोग करेंगी।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि किसी सूचीबद्ध इकाई के मार्केट कैप में बाजार की गतिशीलता के आधार पर दैनिक आधार पर उतार-चढ़ाव होता रहता है। इसलिए एक उचित अवधि में मार्केट कैप के आंकड़ों का औसत उस सूचीबद्ध इकाई के बाजार आकार को अधिक सटीक ढंग से दर्शाएगा। सेबी ने 17 मई को जारी एक अधिसूचना में कहा कि यह संशोधन 31 दिसंबर, 2024 से लागू होगा।