शेयर मार्केट से निवेशकों ने अपने पैसे निकालने शुरू कर दिए हैं। इसी वजह से फरवरी महीने में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी एसआईपी बंद कर दी हैं। इतना ही नहीं, नए डीमैट अकाउंट खुलवाने वालों की संख्या भी कम हो गई है।
Stock Market Outlook: एक्सपर्ट का माननना है कि रिस्क - रिवार्ड फैक्टर भारत के शेयर मार्केट के पक्ष में रहेगा। ऐसे में सेंसेक्स इस साल के अंत तक 93000 तक पहुंच सकता है। जोकि मौजूदा सेंसेक्स के स्तर से 25 प्रतिशत से अधिक है।
Breakout Stocks to buy: आज के लिए ब्रेकआउट स्टॉक्स के संबंध में चॉइस ब्रोकिंग के सुमित बगड़िया ने पांच शेयरों को खरीदने की सलाह दी है। जबकि, प्रभुदास लीलाधर में तकनीकी शोध की उपाध्यक्ष वैशाली पारेख ने आज के लिए तीन इंट्राडे स्टॉक की सिफारिश की है।
मुंबई के शेयर बाजार में बुधवार को तेजी आई, बीएसई सेंसेक्स 740 अंक चढ़कर 73,730.23 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी में भी 254.65 अंक की बढ़त देखी गई। अमेरिकी सरकार द्वारा शुल्कों में राहत की संभावना के...
Nifty Record Break Down: शेयर बाजार अपने बुरे दौर से गुजर रहा है। प्राइस वार को लेकर चिंता गहराने और विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी के बीच वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।
Why fall in indian share market: वैश्विक अनिश्चितता, घरेलू अर्थव्यवस्था में सुस्ती, कंपनियों के कमजोर नतीजे, FIIs की बिकवाली और रुपये की कमजोरी ने मिलकर भारतीय शेयर बाजार को नीचे धकेल दिया है।
Stock Market Crash: चीन के प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की अमेरिका की घोषणा से शुक्रवार को दुनिया भर के बाजारों में बड़ी गिरावट देखी गई थी। इसके दबाव में घरेलू शेयर बाजार का मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,414 और निफ्टी 420 अंक टूट गया था।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले पांच महीनों में भारी गिरावट आई है। सेंसेक्स 17.45% और निफ्टी 18.70% टूट चुके हैं, जिससे निवेशकों को 95 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। निफ्टी ने 29 सालों में लगातार पांच...
अमेरिका ने कनाडा और मेक्सिको के साथ चीन के उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की, जिससे दुनिया भर के बाजारों में भारी गिरावट आई। सेंसेक्स 1,414 और निफ्टी 420 अंक टूट गए। विदेशी निवेशकों की...
दुनियाभर के बाजारों में आई भारी गिरावट और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प के चीनी उत्पादों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा से शेयर बाजारों में हाहाकर मच गया। सेंसेक्स और निफ्टी करीब 2 प्रतिशत लुढ़क गए।