Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Bill Gates still regrets this thing about his friend Warren Buffett

बिल गेट्स ने कहा-काश! सीख लिया होता अपने फ्रेंड वॉरेन बफेट का वह सबक

  • माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के रूप में अपने 25 साल के कार्यकाल के दौरान बिल गेट्स का हर मिनट शेड्यूल होता था। बफेट कहते हैं, अधिक होशियारी से काम करें, अधिक मेहनत से नहीं।

Drigraj Madheshia नई दिल्ली, हिन्दुस्तान संवाददाताMon, 27 May 2024 06:46 AM
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बिल गेट्स को आजतक अपने दोस्त वॉरेन बफेट का वह सबक याद है, जिसे वह उस वक्त सीख नहीं सके। इस बात का गेट्स को अबतक मलाल है। गेट्स का कहना है कि टाइम मैनेजमेंट से संबंधित वह सबक पहले सीख लेते तो उनकी खुशी और उत्पादकता दोनों को बढ़ा सकती थी।बिल गेट्स ने बीते गुरुवार को मेटा के थ्रेड्स ऐप पर पोस्ट किया, "मुझे यह समझने में बहुत समय लग गया कि सफल होने के लिए आपको अपने शेड्यूल के हर सेकंड को तय करने की ज़रूरत नहीं है। जब मैं पीछे देखता हूं तो मुझे लगता है यह सबक मैं बहुत पहले ही सीख सकता था, अगर मैंने वॉरेन बफेट के लेंडर पर अधिक नजर डाली होती।"

एक टफ बॉस थे गेट्स

माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के रूप में अपने 25 साल के कार्यकाल के दौरान बिल गेट्स का हर मिनट शेड्यूल होता था। गेट्स ने साल 2000 में सीईओ का पद छोड़ दिया। उन्होंने एक्सेप्ट किया कि वह एक टफ बॉस थे, जो रात के दो बजे भी अपने कर्मचारी को रिक्वेस्ट भेजन में संकोच नहीं करता था।

सक्सेस का एकमात्र रास्ता

वॉरेन बफेट के साथ चार्ली रोज के साथ 2017 में एक इंटरव्यू में गेट्स ने एक टर्निंग प्वाइंट का खुलासा किया। पहले उनका मानना था कि बहुत कठोर अप्रोच ही सक्सेस का एकमात्र रास्ता है। हालांकि, बफेट के आश्चर्यजनक रूप से हल्के शेड्यूल को देखने के बाद गेट्स ने पुनर्मूल्यांकन करना शुरू कर दिया।

बिल गेट्स ने कह, "मुझे याद है कि वॉरेन ने मुझे अपना कैलेंडर दिखाया था। उसके पास (अभी भी) ऐसे दिन हैं , जब उसमें कुछ भी नहीं है। बफेट के हल्के शेड्यूल ने उन्हें एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया। आप अपने समय को नियंत्रित करते हैं। यह आपकी गंभीरता का प्रतीक नहीं है कि आप अपने शेड्यूल में हर मिनट तय करते हैं।"

बफेट ने उसी साक्षात्कार के दौरान कहा, "मैं मूल रूप से जो कुछ भी चाहता हूं उसे खरीद सकता हूं, लेकिन मैं समय नहीं खरीद सकता।" बफेट का कहना है, "अधिक होशियारी से काम करें, अधिक मेहनत से नहीं।"

50 घंटे के बाद उत्पादकता कम हो जाती है।

2014 के स्टैनफोर्ड के रिसर्च में पाया गया कि 50 घंटे के बाद उत्पादकता कम हो जाती है। जबकि, 70 घंटे काम करने वालों को 55 घंटे के समान आउटपुट प्राप्त होता है। वहीं, 2021 के एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि डेली फ्री टाइम के 9.5 घंटे से अधिक अवास्तविक हो सकता है, लेकिन Discretionary Time को प्राथमिकता देने से तनाव कम हो सकता है और हेल्थ में सुधार हो सकता है। 

वीकेंड में विश्वास नहीं करते थे गेट्स

बिल गेट्स ने स्वयं स्वीकार किया कि इसे हासिल करने में उन्हें कई साल लग गए। "जब मैं आपकी उम्र का था, मैं छुट्टियों में विश्वास नहीं करता था। मैं वीकेंड में विश्वास नहीं करता था। मुझे विश्वास नहीं था कि जिन लोगों के साथ मैंने काम किया, उन्हें भी ऐसा करना चाहिए। मैंने यह सबक सीखने के लिए ऐसा किया।'' 

जब जरूरत हो तब ब्रेक लें

उन्होंने आगे कहा,"अपने रिश्तों को संवारने, सफलताओं का जश्न मनाने और नुकसान से उबरने के लिए अपना समय लें। जब जरूरत हो तब ब्रेक लें। अपने आस-पास के लोगों को भी जरूरत पड़ने पर सहजता से लें।"

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