चांडिल। मरांगबुरू (पारसनाथ पहाड़ ) को जैनियों के कब्जे से मुक्त करने, सरना धर्म कोड लागू,संताली को झारखंड में प्रथम राजभाषा बनाने समेत पांच सूत्री मांगों को लेकर शनिवार कोआदिवासी सेंगेल अभियान ने चांडिल रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। आदिवासी सेंगले अभियान के कार्यकर्ताओं ने चांडिल रेलवे स्टेशन के पास लेंगडीह में रेलवे ट्रैक को सुबह आठ बजे से लेकर साढ़े नौ बजे तक जाम कर दिया। ट्रैक जाम करने से पुरूषोतम एक्सप्रेस एवं नीलांचल एक्सप्रेस, बरकाखाना ट्रेन कई ट्रेन जाम में फंसी रही,वहीं कई ट्रेनों का रूट बदलकर चलाया गया। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। वही,कई ट्रेन बिलंब से चली। सेंगेल अभियान केंद्रीय अध्यक्ष सोनाराम सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी मांगों को पुरा नहीं करती है तो आदिवासी सेंगेल अभियान 11 अप्रैल से अनिश्चितकालीन रेल चक्का को जाम कर देगी। मौके पर पहुंची आरपीएफ एवं चांडिल पुलिस ने आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं को समझाया- बुझाया। इधर, नीमडीह के गुंडाविहार रेलवे स्टेशन में ट्रेन के फंसे रहने से पर परिक्षा देने जा रहे छात्रों ने हंगामा मचाया।
आदिवासी सेंगेल अभियान ने एनएच 32 को किया जाम:
अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने चांडिल थाना क्षेत्र के लेंगडीह के पास एनएच 32 को करीब डेढ़ घंटे तक जाम कर दिया। जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम में कई स्कूली बसें भी फंसी रही जिससे स्कूली छात्रों को काफी परेशानी उठानी पड़ी वहीं,राहगीरों को भी जाम का सामना करना पड़ा।