बंगाल सीएम ममता बनर्जी का दावा, 'केंद्र ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खाते सील किए, 22,000 रोगी बेसहारा'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को केंद्र ने फ्रीज कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि केंद्र...

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को केंद्र ने फ्रीज कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम ने कोलकाता मुख्यालय वाले इस धर्मार्थ समूह के 22,000 रोगियों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बिना छोड़ दिया। बनर्जी ने कहा, "भले ही कानून सर्वोपरि है, लेकिन मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।"
केंद्र की तरफ से नहीं आया कोई बयान
इस पूरे मामले पर ट्वीट करते हुए ममता बनर्जी ने लिखा, "यह सुनकर स्तब्ध हूं कि क्रिसमस पर केंद्रीय मंत्रालय ने भारत में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया! उनके 22,000 रोगियों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बिना छोड़ दिया गया। भले कानून सर्वोपरि है, लेकिन मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।" इस मामले पर संगठन या केंद्र की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
Shocked to hear that on Christmas, Union Ministry FROZE ALL BANK ACCOUNTS of Mother Teresa’s Missionaries of Charity in India!
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 27, 2021
Their 22,000 patients & employees have been left without food & medicines.
While the law is paramount, humanitarian efforts must not be compromised.
धर्म परिवर्तन के लग चुके हैं आरोप
गुजरात के वडोदरा जिले में लड़कियों के लिए चलाए जा रहे एक बाल गृह के खिलाफ कथित तौर पर धर्म परिवर्तन की कोशिश करने के आरोप में FIR दर्ज की गई थी। इस बाल गृह का संचालन ‘मिशनरीज फॉर चैरिटी’ की ओर से किया जाता है। पुलिस ने आरोपों के बारे में बात करते हुए कहा था कि लड़कियों को बाइबिल पढ़ने के लिए कहा जा रहा था और अन्य समुदायों के लोगों की कुछ शादियां ईसाई रीति-रिवाजों के अनुसार आयोजित की जा रही थीं। हालांकि, संस्थान में काम करने वाली एक नन ने आरोपों का खंडन किया था।
