नारदा स्टिंग: स्पीकर के सामने हाजिर नहीं हुए ED-CBI के अधिकारी, अध्यक्ष बोले- चैप्टर अभी बंद नहीं हुआ है
पश्चिम बंगाल में चर्चित नारदा स्टिंग मामले में बुधवार को उस समय नया मोड़ आ गया जब विधासनभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी की ओर से प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई को भेज गए समन पर कोई भी अधिकारी स्पीकर के सामने...
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पश्चिम बंगाल में चर्चित नारदा स्टिंग मामले में बुधवार को उस समय नया मोड़ आ गया जब विधासनभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी की ओर से प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई को भेज गए समन पर कोई भी अधिकारी स्पीकर के सामने हाजिर नहीं हुआ। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी विधानसभा पहुंचे और एक पत्र देकर चले गए। जांच एजेंसियों के इस व्यवहार पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि चैप्टर अभी बंद नहीं हुआ है और यहां कानून सबसे ऊपर है।
दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विधानसभा के सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट दायर करने से पहले स्पीकर से अनुमति नहीं लेना का कारण जानने के लिए ईडी और सीबीआई के अधिकारियों को 14 अगस्त को समन भेजकर 22 सितंबर को पेश होने के लिए बुलाया था।
प्रवर्तन निदेशालय ने नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में अपनी चार्जशीट में पश्चिम बंगाल के दो मौजूदा मंत्रियों फिरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को नामजद किया था। ईडी ने इस मामले में अपने चार्जशीट में टीएमसी विधायक मदन मित्रा और कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को भी नामजद किया था।
इन चारों नेताओं को 17 मई को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। 17 मई को ही विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। हालांकि, हाई कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजने वाले आदेश पर रोक लगा दी थी। जमानत पर रोक के अपने पहले के आदेश को संशोधित करते हुए 21 मई को नजरबंद कर दिया था। गिरफ्तार किए गए चारों नेता उस समय ममता बनर्जी सरकार में मंत्री थे। पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनावों से पहले, स्टिंग ऑपरेशन को सार्वजनिक किया गया था।