अम्फान चक्रवात से पश्चिम बंगाल में तबाही, ममता सरकार की मदद करने को सेना तैयार
कोलकाता और पड़ोसी जिलों के चक्रवात अम्फान से प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए सेना तैनात की गई है। एक रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेना की पांच टुकड़ियों को...
कोलकाता और पड़ोसी जिलों के चक्रवात अम्फान से प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए सेना तैनात की गई है। एक रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेना की पांच टुकड़ियों को कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है। राज्य के इन तीन हिस्सों ने चक्रवात के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
अधिकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार के अनुरोध के बाद यह तैनाती की गई है। उन्होंने कहा, ''भारतीय सेना ने चक्रवात अम्फान के बाद कोलकाता शहर प्रशासन की सहायता के लिए तीन जवानों की तीन टुकड़ियां दी हैं।” अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कोलकाता में टॉलीगंज, बालीगंज और बेहाला में सड़क पर से गिरे हुए पेड़ इत्यादि हटाने के औजारों से लैस सेना के जवान तैनात थे।
उन्होंने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले के न्यू टाउन में और दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर में बहाली कार्य के लिए सेना की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। सेना की एक टुकड़ी में वरिष्ठ अधिकारियों और जूनियर कमीशंड अधिकारियों सहित 35 जवान हैं।
Based on the request from the Government of West Bengal, the Indian Army has provided five columns to assist the Kolkata City Civil Administration in the aftermath of #CycloneAmphan: Indian Army pic.twitter.com/rhOmgS7LPG
— ANI (@ANI) May 23, 2020
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने स्थिति को सामान्य करने के उद्देश्य से टीमों और उपकरणों की आपूर्ति करने के लिए भारतीय रेलवे, कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट और निजी क्षेत्रों से भी सक्रिय समर्थन मांगा है। गत बुधवार (20 मई) को आए चक्रवाती तूफान 'अम्फान' ने दक्षिण पश्चिम बंगाल के कई जिलों और कोलकाता में भारी तबाही मचाई है।
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के कारण 85 लोगों की जान चली गई है। चक्रवात के कारण जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित होने के बाद, प्रशासन के तमाम अधिकारी राज्य के विभिन्न हिस्सों में स्थिति को सामान्य बनाने के लिए जुटे हुए हैं। राज्य में बुधवार (20 मई) को चक्रवात अम्फान के भीषण तबाही मचाने के बाद लाखों लोग बेघर हो गए, कई घर बर्बाद हो गए, हजारों पेड़ उखड़ गए और निचले इलाके जलमग्न हो गए।
पश्चिम बंगाल सरकार के गृह मंत्रालय ने बताया कि आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए राज्य सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दल 24 घंटे राहत कार्य में लगे हुए हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार ने चक्रवात प्रभावित इलाकों में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए रेलवे, बंदरगाह और निजी संस्थानों से भी मदद का अनुरोध किया था। इसके बाद सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं की जल्द बहाली और पुनर्निर्माण कार्यों के लिए सेना के पांच कॉलम तैनात किए गए हैं। सेना के करीब 175 जवानों ने टालीगंज, बालीगंज, राजारहाट/न्यू टाउन, डायमंड हार्बर और बेहाला पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है।