ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News पश्चिम बंगालदुर्गा पूजा की भीड़, नियमों की अनदेखी पड़ी भारी; पांच दिन के अंदर बंगाल में कोरोना के केस हुए डबल

दुर्गा पूजा की भीड़, नियमों की अनदेखी पड़ी भारी; पांच दिन के अंदर बंगाल में कोरोना के केस हुए डबल

कोरोना की मंद पड़ती रफ्तार के बीच पश्चिम बंगाल में बीते कुछ दिनों से एक बार फिर से संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। इतना ही नहीं, राज्य में पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ता जा रहा है। एक्सपर्ट्स इसके...

दुर्गा पूजा की भीड़, नियमों की अनदेखी पड़ी भारी; पांच दिन के अंदर बंगाल में कोरोना के केस हुए डबल
हिन्दुस्तान टाइम्स,कोलकाताThu, 21 Oct 2021 11:07 AM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

कोरोना की मंद पड़ती रफ्तार के बीच पश्चिम बंगाल में बीते कुछ दिनों से एक बार फिर से संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। इतना ही नहीं, राज्य में पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ता जा रहा है। एक्सपर्ट्स इसके लिए दुर्गा पूजा के दौरान भारी संख्या में भीड़ के जुटने और कोरोना नियमों की अनदेखी को सबसे बड़ी वजह बता रहे हैं। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लगने वाले नाइट कर्फ्यू को दुर्गा पूजा के दौरान 10 दिनों के लिए हटा गया था। हालांकि, गुरुवार यानी आज से इसे फिर लागू किया जा रहा है। 

16 अक्टूबर को जहां बंगाल में कोरोना के 443 नए मामले आए थे तो वहीं पिछले पांच दिनों में यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है। बुधवार को बंगाल में कोविड-19 के 867 नए केस दर्ज किए हैं। बता दें कि दुर्गा पूजा का समापन 15 अक्टूबर को हुआ था।

पॉजिटिविटी रेट में भी तेजी से उछाल देखा गया है। यह 20 अगस्त को जहां 1.6 फीसदी ही थी तो वहहहीं 20 सितंबर को 1.9 फीसदी और 20 अक्टूबर को 2.4 फीसदी तक पहुंच गया है।

राज्य में एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विस डॉक्टर्स के जनरल सेक्रटरी डॉक्टर मानस गुप्ता ने कहा, 'पूजा बीते हफ्ते ही हुई लेकिन त्योहारों के लिए खरीदारी काफी पहले शुरू हो गई थी। दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों में भारी भीड़ देखी गई और कोलकाता के साथ ही उसके आसपास के इलाके के लोग भी सड़कों पर दिखे। कोरोना नियमों का लगातार उल्लंघन किया गया।'

कलकत्ता हाई कोर्ट ने पूजा पंडाल में विजिटर्स की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया था और पूजा समितियों ने भी बैरिकेडिंग की थी लेकिन इसके बावजूद पंडालों के बाहर बैरिकेड के पास भारी संख्या में लोग जुटे। कई पंडालों में पुलिस को लोगों को रोकना पड़ा। 

महामारी को लेकर बीते साल ममता बनर्जी की बनाई एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य सुकुमार मुखर्जी कहते हैं, 'अगले दो हफ्ते काफी अहम होने वाले हैं क्योंकि संक्रमण के केस बढ़ सकते हैं। इस साल हमने देखा कि कोरोना नियमों की लगातार धज्जियां उड़ाई गई। कई लोगों ने मास्क तक नहीं पहना, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजिंग पर भी ध्यान नहीं दिया।'

कोरोना की पहली लहर में बंगाल के अंदर बीते साल 22 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 4 हजार 157 केस दर्ज किए गए थे। वहीं, कोरोना की दूसरी लहर में बंगाल के अंदर सबसे ज्यादा 20 हजार 846 केस इस साल 14 मई को सामने आए थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें